जब फरियादी को बना दिया गया दो घंटे का सीओ ट्रैफिक, फिर हुआ ये...
फिरोजाबाद। उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले की पुलिस जो काम कई सालों में नहीं कर सकी, उस काम दो घंटे के लिए सीओ बने एक युवक कर दिखाया। दरअसल, जिले की खराब ट्रैफिक व्यवस्था की शिकायत लेकर एक युवक संपूर्ण समाधान दिवस में पहुंचा तो एसएसपी सचिद्र पटेल ने सोनू को दो घंटे के लिए सीओ ट्रैफिक की जिम्मेदारी निभाने का चैलेंज दिया। थोड़ी सी हिटकिचाहट के बाद सोनू ने चौलेंज को स्वीकार कर लिया। फिर क्या था देखते ही देखते इस दो घंटे के सीओ ट्रैफिक ने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त करके लोगों को फ़िल्म नायक के अनिल कपूर की याद दिला दी।
एसएसपी ने दिया ये ऑफर
जानकारी के मुताबिक, एटा रोड स्थित अलावलपुर मोड़ निवासी सोनू चौहान तहसील में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में सुभाष चौराहे पर यातायात अव्यवस्था की शिकायत लेकर पहुंचा था। उसने एसएसपी से शिकायत पत्र देते हुए कहा कि पूर्व में भी वो कई बार यहां की यातायात व्यवस्था की शिकायत कर चुका है, लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ। इससे आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। एसएसपी सचिंद्र पटेल ने सोनू की शिकायत को गंभीरता से लिया। उससे पूछा कि अगर उसे सीओ ट्रैफिक की जिम्मेदारी दी जाए तो यातायात व्यवस्था कैसे दुरुस्त करोगे। यह सुनकर पहले तो सोनू हैरान हुआ। बाद में उसने पूरी जिम्मेदारी से काम करने की बात कही।
...और हो गया कमाल
इसके बाद एसएसपी ने उसे दो घंटे के लिए सीओ ट्रैफिक बना दिया। एसएसपी सचिंद्र पटेल ने थाना प्रभारी प्रभाकर सागर व अन्य उपनिरीक्षकों को सोनू के हर आदेश को मानने का निर्देश दिए। सरकारी गाड़ी से चौराहे पर आए सोनू ने पुलिस टीम के साथ अभियान चलाया। इस दौरान बस अड्डे पर अवैध रूप से खड़ी बसों को बाहर निकलवाया। डग्गामार बसों और यातायात नियमों का उल्लंघन पर कई वाहनों के चालान काटे गए। दो घंटे के लिए सीओ ट्रैफिक बने सोनू ने व्यवस्था सुधारने की मिली जिम्मेदारी को पूरी लगन से निभाया। चौराहे पर ऑटो को लाइन से लगवाने के साथ ही लिखित में कुछ बिंदुओं पर अनुपालन के लिए पुलिस को आदेश दिए। सोनू कहना था कि एक दिन व्यवस्था करने से कुछ नहीं होगा। इसे बरकरार रखा जाए।
जुर्माना भी वसूला
जाम लगाती बस और आधा दर्जन ऑटो का चालान करवाया और 1600 का जुर्माना भी वसूला गया। इसके साथ ही शहर में जाम की वजह बनने वाले ऑटो को कतार से लगवाने का लिखित निर्देश दिया। वहीं, सोनू ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि, 'ये मेरे लिए अनूठा अनुभव था। पुलिस मेरे आदेश का पालन कर रही थी। ट्रैफिक सुधार के लिए स्थाई इंतजामों की जरूरत है। यदि बसें बस स्टैंड से होकर रोज गुजरें जो जाम से राहत मिलेगी। मेरे द्वारा दिए सुझाव पर अमल हो तो व्यवस्था में सुधार होगा।'