World Health Day: रखें अपने हार्ट का ख्याल क्योंकि दिल के पास दिमाग नहीं होता
नई दिल्ली। पूरी दुनिया में 7 अप्रैल को 'विश्व स्वास्थ्य दिवस' के रूप में मनाया जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इस दिन को लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरुक करने के तौर पर चुना है। गौरतलब है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन की स्थापना साल 1948 में 7 अप्रैल के दिन ही हुई थी। इसके ठीक दो साल बाद से इस साल को 'विश्व स्वास्थ्य दिवस' के रूप में मनाया जाने लगा। ये दिन विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा चिह्नित 8 ग्लोबल कैंपेन में से एक है, इस साल इस दिवस की 71वीं वर्षगांठ है।
विश्व स्वास्थ्य दिवस
लोगों को उनके स्वास्थ्य के प्रति जागरुक और सचेत करने के उद्देश्य से हर साल ये दिवस मनाया जाता है। दुनियाभर में लाखों-करोड़ों लोग टीबी, कैंसर, एड्स, एनीमिया, दिल की बीमारी और पोलियो जैसी बीमारियों से जूझ रहे हैं। इसके साथ पिछले कुछ सालों में 'मेंटल हेल्थ' भी बड़ी बीमारी बनकर उभरी है। डिप्रेशन, एंग्जाइटी, पैनिक अटैक और अलजाइमर के मरीजों की संख्या भी धीरे-धीरे बढ़ती जा रही है। साइंस और मेडिकल ने काफी तरक्की कर ली है, लेकिन इसके बावजूद कई ऐसे रोग हैं जिनका इलाज आज भी संभव नहीं है।
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दिल के पास दिमाग नहीं होता...
ऐसे में लोगों को अपने स्वास्थ्य के प्रति शुरू से ही जागरुक करने के लिए 'विश्व स्वास्थ्य दिवस' मनाया जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन का मानना है कि मानसिक, शारीरिक और सामाजिक रूप से पूरी तरह ठीक रहना ही मानव स्वास्थ्य की परिभाषा है।
दिल के पास दिमाग नहीं होता...
दौड़ती-भागती जिंदगी के बीच में बेचारा हमारा दिल अनचाहे खतरों से जूझ रहा है इसलिए स्वास्थ्य विभाग लोगों से कहता रहता है कि अपने शरीर के इस जरूरी और खूबसूरत हिस्से का ख्याल रखना बहुत जरूरी है। हाल ही में कराए गए सर्वे में ये बात निकलकर सामने आयी है कि इन दिनों युवाओं में हार्ट प्राब्लम ज्यादा हो रही है और वो असमय दिल के दौरों के शिकार हो रहे हैं।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए)
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) का कहना है कि अगर इंसान थोड़ी सी अपनी लाइफस्टाइल को चेंज कर ले और वो नौ तरह से उसका ख्याल रखें तो उसका दिल एकदम फिट रहेगा और उसे किसी दवा की जरूरत भी नहीं पड़ेगी। दिल तो बहुत कोमल होता है, इसलिए इसे केयर की जरूरत होती है, उसके पास दिमाग तो होता नहीं इसलिए उसका ख्याल आपको ही रखना होगा।
अगर आप की उम्र 30 के पार है तो ...
- अगर आप की उम्र 30 के पार है तो आप अपनी लाइफ में कसरत को जगह दीजिये।
- कोई जरूरी नहीं कि आप जिम जाएं या फिर दौड़-भाग करें, बस आपको 30 मिनट वॉक की जरूरत है।
- हेल्दी फूड को अपने मैन्यू चार्ट में शामिल करें, जंक फूड और एल्कोहल का सेवन कम से कम या ना के बराबर करें।
- हो सके तो घर का खाना खाएं, हां हफ्ते में एक दिन आप बाहर खाना खा सकते हैं।
- अपने खाने में मीठी चीजों का इस्तेमाल कम करें, हो सके तो नमक भी कम ही और हल्का खाएं, रात के भोजन में स्वीट डिश को बॉय-बॉय कर दें तो बेहतर होगा।
- रात का डिनर हल्का होना चाहिए जबकि ब्रेकफास्ट हैवी हो सकता है।
- अपने फूड में आप ताजे फलों और सब्जियों को जगह दीजिये, ऑयली फूड से दूर रहिए और अगर आपको मीठी चीज खाने का मन करें तो आप मीठे फल खाइये और टीवी देखते वक्त डिनर ना करें।
- घर पर धूम्रपान ना करें और ना ही शराब का सेवन करें, ये दोनों ही चीजें हार्ट के लिए घातक हैं। स्मोकिंग जहां सीधे आपके दिल को खराब करती है वहीं एल्कोहल से वजन बढ़ता है जो कि आपके लीवर के लिए सही नहीं है।
- अगर आप सीटिंग जॉब वाले इंसान हैं तो ऑफिस में चाय-कॉफी कम ही पीजिये, अगर मन करे तो आप ग्रीन टी और जूस का सेवन करें जो आपको फ्रेश भी करेगा और हेल्दी भी रखेगा। तनावमुक्त जीवन जिएं। तनाव अधिक होने पर योगा करें। टाइम से सोएं और टाइम से जगें और प्रतिदिन तीस मिनट वॉक करें।
- तीस के पार वाले हर एक इंसान को साल में अपना मेडिकल चेकअप एक बार जरूर कराना चाहिए। इस चेकअप में रक्तचाप, कॉलेस्ट्राल, ग्लोकोज स्तर, वजन और बॉडी मास इंडेक्स का टेस्ट होना चाहिए।
अपने से कीजिए प्यार.....तभी होगा बेड़ा पार
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