Shafali Verma: अंडर 19 कप्तान शेफाली वर्मा को क्रिकेट खेलने के लिए लड़कों जैसा दिखना पड़ा
भारत की अंडर 19 महिला क्रिकेट टीम विश्व विजेता बन गई है। टीम इंडिया ने फाइनल में इंग्लैंड को मात दी। इस टूर्नामेंट में टीम इंडिया की कमान 19 साल की शेफाली वर्मा के हाथ में थी।
Shafali Verma: कप्तान शेफाली वर्मा की अगुवाई में इंग्लैंड को सात विकेट से हराकर अंडर-19 जूनियर महिला विश्व कप जीतने वाली भारतीय क्रिकेट टीम की सभी खिलाड़ी सोशल मीडिया से लेकर घर-घर में छा गयी हैं। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने पूरी टीम सहित स्टाफ के सदस्यों के लिए पांच करोड़ का इनाम देने की घोषणा की है। इस जीत के साथ एक नाम प्रमुखता से उभरकर सामने आया है, वह है टीम की कप्तान शेफाली वर्मा का। गूगल पर रविवार से ही शेफाली वर्मा को सर्च किया जा रहा है। ऐसे में हम आपको बताते हैं कि शेफाली ने अपने क्रिकेट कैरियर की शुरूआत कब की और कैसे वह भारतीय टीम का हिस्सा बनी।
शेफाली वर्मा का जन्म 28 जनवरी 2004 को हरियाणा के रोहतक जिले में हुआ था। शेफाली को बचपन से ही क्रिकेट खेलने का शौक था। शेफाली के पिता को जब अपनी बेटी में क्रिकेट के प्रति लगाव दिखा तो उन्होंने घर पर ही शेफाली को ट्रेनिंग देनी शुरू कर दी। इसके बाद शेफाली को प्रोफेशनल ट्रेनिंग देने की बात आई तो उन्होंने कई क्रिकेट एकेडमियों में शेफाली का एडमिशन करवाने की कोशिश की, लेकिन किसी भी एकेडमी में उन्हें प्रवेश नहीं दिया गया क्योंकि शेफाली एक लड़की थी। बेटी को क्रिकेट सिखाने के लिए शेफाली के पिता ने 9 साल की उम्र में शेफाली के बाल कटवा दिए। इसके बाद शेफाली लड़कों की तरह रहने लगी। शेफाली को क्रिकेट अकादमी में एडमिशन भी मिल गया। इस तरह शेफाली कई वर्षों तक ऐसे ही पहचान छिपाकर क्रिकेट सीखती रही।
ऐसे पहुंची नेशनल टीम में शेफाली
नेशनल टीम में सेलेक्शन से पहले शेफाली ने रणजी ट्रॉफी और हरियाणा के कई दूसरे टूर्नामेंट्स खेले। इन मैचों के दौरान अपनी तेजतर्रार बल्लेबाजी से शेफाली चयनकर्ताओं की नजर में आई। शेफाली वर्मा ने महज 15 वर्ष की आयु में ही टीम इंडिया के लिए डेब्यू कर लिया था। 2019 के टी-20 वर्ल्ड कप से पहले शेफाली ने टीम इंडिया में एंट्री की थी और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उन्होंने इंटरनेशनल डेब्यू किया था। शेफाली ने एक इंटरव्यू में बताया था कि किस तरह वह तेज गेंदबाजों को खेलने की प्रैक्टिस करती थीं। उनके सामने लड़कों से बॉलिंग करवाई जाती थी ताकि वह बॉल की स्पीड को फेस कर सकें। इसके साथ ही शेफाली ने बताया कि फिट रहने के लिए उन्हें अपना फेवरेट खाना छोड़ना पड़ा था। उस समय शेफाली ने बताया था कि अब वह पिज्जा नहीं खातीं है और कार्टून नहीं देखती क्योंकि वो अपना ध्यान बस क्रिकेट पर केंद्रित करती है।
पापा को दिया बर्थडे गिफ्ट
28 जनवरी को शेफाली ने अपना जन्मदिन मनाया था। इस दौरान घर में बात करने के दौरान शेफाली ने घर में बोला था कि अपने जन्मदिन का आपको तोहफा दूंगी। उसने मैच के साथ विश्वकप जीतकर देश को अपना तोहफा दिया है। पिता संजीव वर्मा ने कहा कि सबकी सालों की मेहनत कामयाब हो गई है। बेटी ने क्रिकेट में भविष्य बनाने के लिए कड़ी मेहनत की है। अपने जन्मदिन का उसने देश को बड़ा तोहफा दिया है। यह क्षण हमेशा याद रहेगा।
शेफाली का अब तक का कैरियर
Recommended Video
सिर्फ 19 साल की उम्र में शेफाली के नाम 51 टी-20 मैच में 1231 रन दर्ज हैं। शेफाली का स्ट्राइक रेट 134.53 का है। उनके नाम टी-20 में 149 चौके और 48 छक्के हैं। वह अब सिर्फ टी-20 ही नहीं बल्कि भारत के लिए वनडे और टेस्ट भी खेल चुकी हैं। अभी तक उन्होंने 2 टेस्ट मैच, 21 वनडे मैच खेले हैं। उनकी उम्र 19 वर्ष से कम होने के कारण उन्हें बीसीसीआई ने अंडर-19 टी-20 वर्ल्ड कप में भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कमान सौंपी और अब उनके नेतृत्व में भारत ने अपना पहला विश्व कप जीतकर रिकॉर्ड कायम कर दिया है।
यह भी पढ़ें: U19 T20 World Cup: मिलिए भारत को चैंपियन बनाने वाली 11 बेटियों से, आज देश कर रहा है सलाम