खुद पर न इतराए मर्द, क्योंकि कमाई में आगे निकल रही हैं महिलाएं
नयी दिल्ली। अधिकतर मर्दों को अपने आप पर ये घमंड होता है कि वो महिलाओं से कहीं बेहतर है, उनसे कहीं आगे है। अगर आप भी ऐसा ही सोचते हैं तो जरा संभल जाएं। जी हां अगर आप भी भी यहीं सोच है कि महिलाएं मर्दों से पिछड़ी हुई है या फिर उसने कम कमाती है तो जरा इस रिपोर्ट को गौर से पढ़ें।
ये रिपोर्ट गवाही है उस बात की महिलाएं हर क्षेत्र में मर्दों को पछाड़ रही है। जी हां फिर चाहे वो कमाई का ही मामला क्यों न हो। आपको बता दें कि महिलाएं कमाई के मामले में मर्दों को पीछे छोड़ रही है। ये दावा हम नहीं कर रहे बल्कि तस्वीरों के जरिए जानें कैसे महिलाएं मर्दों से बेहतर है...
कमाई में आगे निकल रही हैं महिलाएं
साल 2014 में अधिक कमाई करने वालों में मर्दो का आंकड़ा जहां 183,810 रहा तो वहीं महिलाएं 27,465 के करीब रही, लेकिन जब बात ग्रोथ की करते हैं तो साल 2013 के मुकाबले महिलाओं का कमाई के मामले में ग्रोथ 16.8 फीसदी रहा जबकि मर्दों का ग्रोथ 4.8 फीसदी।
कमाई में आगे निकल रही हैं महिलाएं
अत्यधिक कमाई करने वाली महिलाओं की कुल संपत्ति जहां 14.7 करोड़ है तो वहीं मर्दों की 14 करोड़ ।
कमाई में आगे निकल रही हैं महिलाएं
औसत उम्र अत्याधिक कमाई करने वाली महिलाओं की 57 साल है जबकि मर्दों की 59 साल।
कमाई में आगे निकल रही हैं महिलाएं
महिलाएं अमीर बनने के लिए पांच क्षेत्र सबसे अधिक चुनती है। जिनमें एनजीओ, बेकिंग और फाइनेंस सेक्टर, कपड़ा, परिधानऔर लग्जरी समान से जुड़े संगठन, अद्योगिक संगठन और रियल स्टेट है। जबकि मर्द फाइनेंस और बैंकिग सेक्टर को सबसे अधिक तव्वजो देते हैं।
कमाई में आगे निकल रही हैं महिलाएं
अगर अधिक कमाई करने वाली महिलाओं के शौक की बात करें तो उनका सबसे पसंदीदा काम दान करना है। आपको बता दें कि 58.3 फीसदी महिलाएं दान करती है, जबकि अधिक कमाी करने वाले मर्द सबसे अधिक खेल में रुचि रखते हैं।
कमाई में आगे निकल रही हैं महिलाएं
अपने जीवनकाल में महिलाएं 3.7 करोड़ दान करती है जबकि मर्द इस मामले में भी पिछड़े हुए है। अपने जीवनकाल में पुरुषों ने 2.44 करोड़ दान किया है। जो कि महिलाओं से 26 फीसदी कम है।
कमाई में आगे निकल रही हैं महिलाएं
महिलाओं की कमाई में एक बड़ा हिस्सा विरासत में मिली संपत्ति होती है। 38 फीसदी महिलाओं को विरासत में संपत्ति मिली संपत्ति उनकी कमाई का मुख्य जरिया होता है, जबकि 34 फीसदी महिलाएं खुद अपनी किस्मत लिखती है। वहीं 18 फीसदी महिलाएं खुद अपनी कमाई करती है।