जानिए क्यों किसी आतंकी हमले से पहले चेस्ट शेव करते हैं फिदायीन
नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर के उरी स्थित आर्मी बेस पर रविवार को जो आतंकी हमला हुआ उसमें कुछ समय तक सेना को समझ हीं नहीं आया कि आतंकी आत्मघाती हमलावर हैं। उनके मारे जाने के बाद जब उनके शरीर की जांच की गई तो पता चला कि वे आत्मघाती हमलावर थे। उनकी चेस्ट देखकर यह पता चला था।
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उरी से पहले गुरदासपुर और पठानकोट
आत्मघाती हमलावर जब किसी आतंकी हमले के लिए जाते हैं तो वे पूरे शरीर को शेव करते हैं। पिछले वर्ष गुरदासपुर आतंकी हमले में मारे गए आतंकियों के बाद जब पठानकोट आतंकी हमले मेंं आतंकी मारे गए तो उस समय भी ऐसी हीबातें सामने आई थीं।
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क्यों करते हैं सुसाइड हमलावर ऐसा
मुस्लिम धर्म में यह परंपरा है कि जब कभी भी लाश का दफनाते हैं तो उसे साफ करते हैं, नाखून काटते हैं और कभी-कभी उनके प्राइवेट पार्ट्स पर मौजूद बालों को शेव करते हैं।
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आत्मघाती हमलावर उस पारंपरिक अंतिम संस्कार की प्रक्रिया से नहीं गुजर पाते हैं क्योंकि उनके शरीर का कोई भी हिस्सा नहीं बचता है।
इसकी भरपाई करने के लिए हमलावर हमले से पहले खुद को तैयार करते हैं। विशेषज्ञों की मानें तो मारे जाने के समय शरीर की सफाई और खुद की शुद्धता को साबित करने के लिए वह अपने पूरे शरीर को शेव करते हैं।
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मौत के बाद मिलती जन्नत
आत्मघाती हमलावर मानते हैं कि अगर वे शेव करके जाते हैं तो मौत के बाद उन्हें जन्नत नसीब होगी। इराक में जब वर्ष 2014 में अमेरिकी सेनाओं ने कई हफ्तों तक बमबारी की जो 12 लोगों की मौत हुई।
मिलिट्री अधिकारियों ने जब इन आतंकियों के शरीर की पड़ताल की तो उसमें छह आतंकी ऐसे थे जिन्होंने अपने पूरे शरीर को शेव किया हुआ था।
उस समय अमेरिकी सेना के एक सीनियर ऑफिसर ने कहा कि किसी भी सुसाइड मिशन पर जाने से पहले यह आखिरी तैयारी होती है जिसका पालन हर सुसाइड बॉम्बर को करना होता है।
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कहां से आई परंपरा
कुछ विशेषज्ञ की मानें तो आत्मघाती हमलावरों ने इस 'नो-हेयर' प्रैक्टिस को अफगानिस्तान में बसे पश्तो आदिवासियों से हासिल की है।
पश्तो जाति के लोग युद्ध में जाने से पहले अपनी बॉडी को पूरी तरह से शेव करते थे। एक अमेरिकी साइट के हवाले से कहा गया है कि इस्लाम में बालों को शेव करना व्यक्तिगत स्वच्छता की निशानी माना जाता है।
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9/11 में सबसे पहला जिक्र
9/11 के बाद हुई इसकी जांच में भी इसका उदाहरण मिलता है। जांच एजेंसियों को इजिप्ट मूल के एक हाइजैकर मोहम्मद अता के बैग से कुछ डॉक्यूमेंट्स मिले थे।
चार पेज के इन डॉक्यूमेंट्स में उसने अपने बाकी 19 साथियों को हमले से पहले वाली आखिरी रात पर शेव करने और इत्र लगाने का आदेश दिया था।
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ब्रिटेन पर बड़े हमले की साजिश खुली
वर्ष 2004 में अल-कायदा ब्रिटेन पर एक बड़ा आत्मघाती हमला प्लान कर रहा था। ब्रिटिश पुलिस ने अल्जीरिया के एक 20 वर्ष के युवक को इसी कोशिश के तहत मार गिराया था।
इस युवक ने मरने से पहले अपनी मां और बहन को एक सुसाइड नोट लिखा था। जब पुलिस ने उसकी पड़ताल की तो उन्होंने पाया कि उसने शरीर को पूरी तरह से शेव किया हुआ था।