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#Valentines Day: सचिन-सारा ने बताया इश्क दिल से होता है मजहब से नहीं

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बैंगलोर। शाहरूख खान की हिट फिल्म का डॉयलाग है कि किसी को अगर आप शिद्दत से चाहें तो सारी कायनात उसे आपसे मिलाने में जुट जाती है लेकिन इस बात पर भरोसा वो ही कर सकता है जिसे अपनी मोहब्बत और कायनात की ताकत पर भरोसा होता है और शायद यही विश्वास कांग्रेस के दिग्गज नेता राजेश पायलट के बेटे सचिन पायलट और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला की बेटी सारा अब्दुल्ला को अपने इश्क पर था।

#Valentines Day: साक्षी की बातों ने किया था धोनी को क्लीन-बोल्ड

किसी फिल्मी कहानी की तरह दोनों के प्यार के रास्ते में धर्म, जाति और राजनीति की रूकावटें थीं जिन्हें पार करना आसान नहीं था। बेहद ही संस्कारी परिवार कहे जाने वाले पायलट खानदान को एक मुस्लिम बहू नागवार थी तो वहीं कश्मीर की खूबसूरती के कायल और सियासत का बड़ा नाम फारुख अब्दुल्ला को बर्दाश्त नहीं हो रहा था कि उनके नूरे-नजर सारा का हमसफर एक हिंदू हो।

देखें: वेलेनटाइन डे की कुछ यादगार तस्वीरें...

लेकिन कहते है ना प्यार करने वाले कभी डरते नहीं जो डरते हैं वो प्यार करते नहीं.. कुछ ऐसा ही हुआ सारा और सचिन के इश्क के साथ भी जिसे जानने के लिए नीचे की स्लाइडों पर क्लिक कीजिये..

पहली मुलाकात

पहली मुलाकात

सचिन और सारा की मुलाकात विदेश में पढ़ाई के दौरान हुई थी, दोनों अच्छे दोस्त बन गये थे।

खूबसूरती ने जीता दिल

खूबसूरती ने जीता दिल

कश्मीरी बाला सारा की खूबसूरती के कायल तो सचिन पहले ही हो चुके थे लेकिन उनसे वो प्यार करने लगे है इस बात का एहसास उन्हें तब हुआ जब वो विदेश से पढ़ाई करके हिंदुस्तान आ गये और सारा विदेश में ही रह गईं।

फोन पर प्रपोज

फोन पर प्रपोज

कहा जाता है कि इन दूरियों ने सारा-सचिन को पास कर दिया और सचिन ने सारा को फोन पर ही प्रपोज कर दिया।

बस हां में दिया उत्तर

बस हां में दिया उत्तर

सारा के दिल में भी ना जाने सचिन कब से घर कर गये थे उन्हें तो बस एक आवाज की जरूरत थी और उन्होंने भी सचिन को अपना हमसफर चुन लिया।

मजहबी तलवार

मजहबी तलवार

लेकिन दोनों के बीच में मजहबी तलवार लटक रही थी लेकिन सचिन की जिद के आगे उनका परिवार झुक गया और सारा को बहू स्वीकार लिया लेकिनसारा की फैमिली ने इस बात को कबूल नहीं किया।

साल 2004 में हुई शादी

साल 2004 में हुई शादी

फिलहाल सारा और सचिन की शादी साल 2004 में हुई बिना फारूख और उमर की मर्जी के।

फारूख ने भी अपनाया

फारूख ने भी अपनाया

लेकिन जब सचिन ने राजनीति में कदम रखा और वो दौसा से रिकार्ड वोट जीतकर मनमोहन सरकार में मंत्री बने तो फारूख ने उन्हें दिल से अपना लिया और खुल कर उन्हें अपना आशीष, प्यार और दुलार दे बैठे।

लोगों के लिए मिसाल

लोगों के लिए मिसाल

आज सचिन-सारा दुनिया के सामने मिसाल है दोनों के प्यार के आंगन में दो फूल यानी दो बेटे आरन और विहान खिलखिला रहे हैं। दोनों ने साबित कर दिया कि अगर आपके प्यार में सच्ची ताकत है तो उसे कोई हरा नहीं सकता। इस खूबसूरत जोड़े को दिल से हैप्पी वैलेनटाइन डे।

जानिए 'वैलेनटाइन डे' से जुड़ी कुछ रोचक बातें..

जानिए 'वैलेनटाइन डे' से जुड़ी कुछ रोचक बातें..

जानिए 'वैलेनटाइन डे' से जुड़ी कुछ रोचक बातें..

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English summary
Sachin Pilot married Sara Abdullah on 15 January 2004. Sara Abdullah is the daughter of Farooq Abdullah, the National Conference and ex-Chief Minister of Jammu and Kashmir. Together they have two sons, Aaran and Vehaan
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