यूपी विधानसभा चुनाव 2017: मुगलसराय विधानसभा क्षेत्र पर एक नजर
उत्तर प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों में से मुगलसराय भी एक अहम विधानसभा सीट है। ये विधानसभा क्षेत्र चंदौली जिले के अंतर्गत आता है। यूपी विधानसभा में इस सीट का नंबर 380 है।
मुगलसराय एक प्रमुख रेलवे स्टेशन है
मुगलसराय शहर वाराणसी से करीब 16 किलोमीटर दूर है। ये प्रदेश के प्रमुख रेलवे स्टेशनों में से एक है। मुगलसराय रेलवे स्टेशन देश के चार सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशनों में से एक है।
मुगलसराय जंक्शन से रोजाना करीब 125 पैसेंजर ट्रेन गुजरती है। मुगलसराय बेहद बड़ा और व्यस्त रहने वाला शहर है। मुगलसराय में एशिया का सबसे बड़ा रेलवे यार्ड भी है।
मुगलसराय विधानसभा क्षेत्र चंदौली लोकसभा इलाके में आता है। 2011 के जनगणना के अनुरास यहां की आबादी154692 थी।
2012 में कौन जीता कौन हारा
इस विधानसभा सीट पर साल 2012 के विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने वाले बब्बन ने जीत हासिल की थी। उन्होंने समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार बाबूलाल को हराया था। बीएसपी उम्मीदवार बब्बन को जहां 59083 वोट मिले, वहीं समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार बाबूलाल को 43643 वोट मिले।
चंदौली जिले पर एक नजर
चंदौली उत्तर प्रदेश का प्रमुख जिला है। ये एक नगर पंचायत के साथ-साथ शहर भी है। इसका प्रशासनिक कार्यालय चंदौली जिले में है। 20 मई 1997 में चंदौली अलग जिला बना।
चंदौली जिले के उत्तर प्रदेश के वाराणसी मंडल के अंतर्गत रखा गया है। ये वाराणसी से महज 30 किमी दूर है। इलाहाबाद से ये जिला 155 किमी. दूर है। चंदौली में तीन तहसील हैं- चंदौली, सकलदीहा और चकिया। इस जिले में 9 ब्लॉक और 12 थाने हैं।
साल 2011 की जनगणना के मुताबिक इस जिले की आबादी 1952756 थी। इनमें 52.12 फीसदी पुरुष और 47.87 फीसदी महिला आबादी थी। 2011 में चंदौली की औसत साक्षरता दर 71.48 फीसदी थी, जबकि 2001 में ये आंकड़ा 59.72 ही था। राष्ट्रीय औसत 59.5 फीसदी से ज्यादा है। यहां पुरुषों की साक्षरता दर 81.75 फीसदी और महिलाओं की साक्षरता दर 60.45 फीसदी है। यहां करीब 16 फीसदी आबादी 6 साल की उम्र के नीचे हैं।