अगर मोदी की जगह होते उद्धव तो पानीपत के युद्ध जैसा होता हाल!
[अजय मोहन] इसमें कोई शक नहीं कि नरेंद्र मोदी भले ही प्रधानमंत्री बन गये हैं, लेकिन आज भी भाजपा की एक-एक रणनीति में मोदी की बड़ी भूमिका होती है। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव परिणामों की बात करें तो आज अगर मोदी की जगह उद्धव ठाकरे होते, तो आज भाजपा का हाल पानीपत की जंग जैसा होता, जिसमें मराठा व उसके सहयोगी राजाओं को अफगानी फौज से करारी हार झेलनी पड़ी थी।
क्या हुआ था पानीपत की जंग में
1761 में हुई पानीपत की जंग में मराठा सेना महाराष्ट्र से चलकर दिल्ली पहुंची थी, वो भी अफगानी राजा अहमद शाह अब्दाली को हराने के लिये। जंग में मराठा और जाट सेना साथ थी, लेकिन जंग के शुरू होने से पहले ही मराठा सेना के सदाशिवराव भाऊ ने जाट राजा सूरजमल के सामने यह प्रस्ताव रख दिया कि अगर जीत हांसिल हुई, तो दिल्ली पर मराठा का राज होगा। जबकि सूरजमल चाहते थे जीत मिलने पर दिल्ली पर जाटों का राज हो। दोनों राजाओं की जिद के चलते संगठन जंग के बीच में ही कमजोर पड़ गया और अंत में मराठाओं को करारी हार का सामना करना पड़ा।
महाराष्ट्र का चुनाव
सदाशिव राव मराठा राजा थे, आज उद्धव ठाकरे भी मराठा ही हैं। अब देखिये 2014 की इस जंग में उद्धव ठाकरे ने मतदान के पहले से ही यह पसड़ मचा दी कि अगर जीते तो मुख्यमंत्री शिवसेना का ही होगा। यही कारण है कि भाजपा के साथ खटास पैदा हुई, जो उन्होंने सामना में भाजपा के खिलाफ जमकर वार किये।
1761 से इतर रहे 2014 के परिणाम
1761 और 2014 में फर्क इतना है कि संगठन में जो भारी था, उसने दिल्ली पर शासन की जिद मचायी, यहां पर संगठन में जिसका हिस्सा कम (शिवसेना) ने महाराष्ट्र पर शासन करने की जिद मचायी।
अगर मोदी की जगह होते उद्धव
जरा सोचिये अगर नरेंद्र मोदी की जगह उद्धव ठाकरे होते तो क्या होता। जाहिर है अपने मराठा होने का गुरूर और महाराष्ट्र में सत्ता की लालसा में उद्धव पहले से ही यह शर्त रख देते कि जीतने पर भाजपा से ही मुख्यमंत्री बनेगा। ऐसा होने पर शिवसेना का मनोबल टूटने लगता और चूंकि महाराष्ट्र मराठाओं का गढ़ है, लिहाजा यहां पर भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ सकता था। क्योंकि 1761 में मराठा इसलिये कमजोर पड़े थे, क्योंकि उनके सहयोगी जाट, जिनका गढ़ दिल्ली व आस-पास के क्षेत्रों में था, वो कमजोर पड़ गया था।
आगे पढ़ें- पानीपत की लड़ाई में जो हुआ था हू-ब-हू वही हुआ लोकसभा चुनाव 2014 में।