रामेश्वरम में डॉक्टर कलाम को मिला भगवान का दर्जा!
रामेश्वरम। करीब एक माह पहले पूर्व राष्ट्रपति और युवाओं के आदर्श डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम की रामेश्वरम के पेई काराम्बू मैदान में स्थित कब्र पर आज तक लोगों की भीड़ लगी रहती है। यह भीड़ मंदिर में मौजूद अपने भगवान के दर्शन से पहले अपने गुरु कलाम के दर्शन करती है। इस भीड़ और उसके प्यार को देखकर कहना ही पड़ेगा कि शायद लोगों ने डॉक्टर कलाम को भगवान का दर्जा दे दिया है।
मंदिर से पहले डॉक्टर कलाम के दर्शन
रामेश्वरम मंदिर की ओर जाने वाल बसें अब पेई काराम्बू में रुकती हैं। डॉक्टर कलाम के पोते शेख सलीम बताते हैं कि जो भी लोग मंदिर के दर्शन करने आते हैं वह पहले डॉक्टर कलाम की कब्र के दर्शन करते हैं। वीकऐंड्स पर यहां पर लोगों का हुजूम लग जाता है।
कब्र पर आने वाले लोग अभी तक सलीम के दादा को याद करके रोते हैं। सलीम कहते हैं कि इतने सारे लोग उन्हें प्यार करते हैं और उन्हें 'गुरु कलाम कहकर बुलाते हैं, यह देखकर उन्हें काफी खुशी होती है।' डॉक्टर कलाम की मृत्यु 27 जुलाई को हुई थी और उनका अंतिम संस्कार 30 जुलाई को हुआ था।
24 घंटे आते हैं लोग
जहां पर डॉक्टर कलाम की कब्र है वहां पर हर समय पुलिस का पहरा रहता है। यहां पर तैनात पुलिसकर्मियों की मानें तो 24 घंटें लोग आते रहते हैं। हफ्ते का कोई भी दिन ऐसा नहीं है जब यह जगह एक पल भी वीरान रही हो।
उन्होंने बताया कि कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक से लोग उनतक अपनी प्रार्थनाएं और अपना प्यार देने आते हैं। लोग यहां पर आकर फोटोग्राफ क्लिक करते हैं और पुलिस वालों से कई तरह के सवाल पूछते हैं।
यहां पर तैनात वाले पुलिस कर्मी भी इस बात को मानते हैं कि उन्होंने अभी तक नहीं देखा कि देश में किसी को इस कदर प्यार मिला हो।
घर तक जाते हैं लोग
वहीं सलीम कहते हैं कि गुरु कलाम को अपना आदर्श मानने वाले जब कभी भी रामेश्वरम आते हैं तो अपने गुरु कलाम के घर जरूर आते हैं। इस घर को अब म्यूजियम में तब्दील कर दिया गया है। पेई काराम्बू में 1 .63 एकड़ में फैले क्षेत्र में एक स्मारक बनाया जाएगा।
कूर्ग के एक आर्किटेक्ट अरुण मूर्ति की मानें तो कलाम सर के अलावा किसी और को अपने आदर्श के तौर पर देखना शायद लोगों को लिए काफी मुश्किल है। उनके निधन के बाद से लोग काफी कंफ्यूज हैं कि आखिर अब वे किसे अपने आदर्श के तौर पर देखें। मूर्ति कहते हैं कि क्रिकेटर और फिल्म स्टार्स से अलग डॉक्टर कलाम ज्ञान और प्यार का भंडार थे।
कब्र पर बढ़ाई गई सुरक्षा
रामेश्वरम के डीएसपी बी मुथ्थुरामलिंगम की मानें तो डॉक्टर कलाम की कब्र के आसपास बढ़ती भीड़ को देखते हुए यहां पर अब सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
उनका कहना है कि अगर भीड़ इसी तरह से बढ़ती रही तो फिर उन्हें कब्र के ऊपर एक अस्थायी व्यवस्था करनी पड़ेगी। यह कब्र पूरी तरह से कवर हो चुकी है।
पुलिस इस बात का ध्यान रख रही है कि स्थितियों का फायदा छोटे दुकान वाले न उठाने पाएं और यहां पर कोई भी स्टॉल न स्थापित हो सके। कब्र के आसपास की जगह पर रोशनी को भी बेहतर कर दिया गया है।
डीएसपी की मानें तो डॉक्टर कलाम की कब्र की सुरक्षा करना उनके लिए काफी सम्मान और सौभाग्य की बात है।
दिल्ली का भी यही हाल
रामेश्वरम से हजारों किमी की दूरी पर स्थित राजधानी दिल्ली के 10 राजाजी मार्ग पर डॉक्टर कलाम के आधिकारिक निवास का भी यही हाल है। इस घर को सरकार को सौंपने की तैयारी पूरी हो चुकी है।
लेकिन अब तक लोगों की भीड़ यहां पर लगी रहती है। कुछ लोग हाथ में फूल लेकर आते हैं तो कुछ लोगों के पास कई तरह के सवाल होते हैं।
डॉक्टर कलाम के करीबी बताते हैं कि उनके हर सवाल का धैर्यपूर्वक जवाब दिया जाता है। वहीं इस घर में मौजूद डॉक्टर कलाम के सामान को उनके परिवारजनों को सौंपने की तैयारी की जा रही है।