इन 4 नए तरीकों से प्रेग्नेंट होने से बच सकती हैं आप
प्रेग्नेंसी को रोकने का 4 नया तरीका, जिनके बारे में आप नहीं जानते होंगे।
नई दिल्ली। जो महिला शादी के बाद तय समय तक के लिए बच्चा नहीं चाहती हैं वो गर्भनिरोधक के अलग-अलग तरीकों का इस्तेमाल करती हैं। कोई कॉपर टी तो कोई गर्लनिरोधक गोलियों का इस्तेमाल करता है। गर्भनिरोधक गोलियां गर्भधारन को रोकने का सबसे साधारण और सरल तरीका है, लेकिन इसमें सबसे बड़ी समस्या ये हैं कि ये हर किसी को सूट नहीं करती है। इन गोलियों से कई महिलाओं को मुंह पर दाने हो जाते हैं तो कोई को पीरियड में समस्या आ जाती है। वहीं इससे डिप्रेशन का खतरा भी बढ़ता है। ऐसे में आज हम आपको बता रहे हैं गर्भधारक को रोकने का 5 अलग तरीका, जिसके बारे में शायद आपने पहले नहीं सुना होगा।
फर्टिलिटी एप
ताजा
शोध
के
बाद
अब
महिलाएं
एप
की
मदद
से
अपनी
फर्टिलिटी
साइकिल
पर
नज़र
रख
सकती
है।
इसके
लिए
यूजर्स
को
हर
रोज़
अपने
तापमान
का
हिसाब
रखना
होता
है।
जिसकी
मदद
से
महिलाएं
अपने
सेक्स
का
समय
निर्धारित
कर
सकती
है
और
गर्भधारक
को
अपने
मुताबिक
कंट्रोल
कर
सकती
है।
नए तरह का पिल
गर्भनिरोधक
गोलियां
दो
तरह
की
होती
हैं।
एक
जिसमें
एस्ट्रोजेन
और
प्रोजेस्टेरोन
दोनों
तरह
के
हार्मोन
होते
हैं।
जिन
महिलाओं
में
उच्च
रक्तचाप
और
मोटापा
की
समस्या
होती
हैं,
वे
महिलाएं
एस्ट्रोजेन
नहीं
ले
सकती
हैं,
लेकिन
अब
एक
नए
तरह
का
पिल
बाजार
में
आ
चुका
है,
जिसमें
सिर्फ
प्रोजेस्टेरोन
होता
है
जिसे
'मिनी
पिल'
कहते
हैं।
मर्दों के लिए गर्भनिरोधक पिल
मर्दों के लिए भी बाजार में गर्भनिरोधक गोलियां उपलब्ध है, लेकिन साइड इफेक्ट और फंड की कमी को लेकर होने वाली चिंताओं की वजह से यह कभी भी कारगर नहीं हो पाया है,लेकिन शोधकर्ताओं को उम्मीद है कि उनके पास इस दवा का सही फार्मूला है जो कारगर साबित होगा, जिसके बाद पिल, स्प्रे या फिर क्रीम के तौर पर इसके इईस्तेमाल से मर्द अपने शुकाणुओं पर नजर रख सकेंगे।
मर्दों के लिए गर्भनिरोधक इंजेक्शन
आपको
बता
दें
कि
बाजार
में
मर्दों
के
लिए
भी
गर्भनिरोधक
इंजेक्शन
उपलब्ध
है,
जो
गर्भ
रोकने
में
96
फ़ीसदी
प्रभावी
है।
270
लोगों
पर
किए
गए
परीक्षण
के
बाद
ये
बात
साबित
हुई
है।
मर्दों
को
दो
हार्मोन
की
सूइंया
हर
8
हफ़्ते
पर
लेने
होती
है।