रूस मिलिट्री क्यों कर रही है डॉल्फिंस की भर्ती?
नयी दिल्ली। जहां देश एक दूसरे को अधिक ताकतवर दिखाने के लिए परमाणु हथियारों का शक्तिप्रदर्शन कर रहे हैं तो वहीं एक महाशक्ति ऐसी है जो इन हथियारों से कहीं दूर अपनी सेना में डॉल्फिंस की भर्ती कर रही हैं। हम बात कर रहे हैं महाशक्ति रुस की। जो इन दिनों अपनी मिलिट्री में डॉल्फिंस की भर्ती कर रही है। इसके लिए ऑनलाइन टेंडर जारी किया गया है।
अमेरिका से ज्यादा बड़ा और सबसे ज्यादा बिलेनियर्स वाला रूस
रूसी रक्षा मंत्रालय के टेंडर के मुताबिक रूस को अपनी सेना के लिए एक नर और 2 मादा बॉटलनूज डॉल्फिंस चाहिए। सरकार ने इसके लिए ब्रोकर्स को 24000 डॉलर का ऑफर दे रही है। लेकिन बड़ा सवाल ये कि आखिर क्यों सेना में डॉल्फिंस को शामिल किया जा रहा हैं? एक डॉल्फिंस कैसे दुश्मनों का सामना कर पाएगी...
मिलिट्री क्यों कर रही है डॉल्फिंस की भर्ती
रुस की सेना में डॉल्फिंस की भर्ती के लिए जो आवश्यक योग्यता रखी गई है उसके मुताबिक सेना में भर्ती होने के लिए हर डॉल्फिन की लंबाई 8 फीट होनी चाहिए, उनके दांत परफेक्ट होने चाहिए।
मिलिट्री क्यों कर रही है डॉल्फिंस की भर्ती
रुस की सेना की हिस्सा बनने के लिए डॉल्फिंस की त्वचा पर कोई दिखने वाला डैमेज नहीं होना चाहिए। उसकी उम्र 3 से 5 साल होनी चाहिए।
मिलिट्री क्यों कर रही है डॉल्फिंस की भर्ती
जानकारी के मुताबिक सेना डॉल्फिंस का इस्तेमाल खोजी अभियान और दुश्मनों के गोताखोरों को मारने के लिए करेगी। आप को बता दें कि अमेरिका भी इसी तरह से डॉल्फिंस का इस्तेमाल करता रहा है।
मिलिट्री क्यों कर रही है डॉल्फिंस की भर्ती
डॉल्फिंस के भीतर ध्वनि तरंगों को पकड़कर चीजें खोजने की अद्भुत क्षमता होती है। ऐसे में ये डॉल्फिंस गहरे पानी में गोता लगा कर चीजों का पता लगा सकते हैं।
मिलिट्री क्यों कर रही है डॉल्फिंस की भर्ती
इसमें सीखने की क्षमता बहुत अधिक होती है। ये तेजी से सीखते हैं। डॉल्फिंस पर बल्लम लगा दिया जाए तो वो दुश्मन तैराक को मार सकती है।