Republic Day 2020: गणतंत्र दिवस पर ब्राजील के राष्ट्रपति होंगे खास मेहमान, जानिए कैसे होता है भारत में मुख्य अतिथि का चयन
नई दिल्ली। पूरे देश में गणतंत्र दिवस समारोह की तैयारी जोरों पर है, 26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान पूरे देश में लागू हुआ था, इसलिए यह दिन गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है, ये केवल एक पर्व नहीं बल्कि हमारा गौरव और सम्मान का मानक है, इस बार हमारे गणतंत्र दिवस की परेड को देखने के लिए ब्राजील के 38वें राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो को आमंत्रित किया गया है।
कैसे होता है गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि का चयन
भारत के लिए इस बेहद खास दिन के लिए अतिथि का चयन आसान नहीं होता है, इसके लिए एक लंबी जटिल प्रक्रिया होती है, गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि को लेकर फैसला भारत के राजनयिक हितों को ध्यान में रखकर किया जाता है। विदेश मंत्रालय इस पर काम करता है, वो भारत और उसके करीबी देश के बीच संबंधों को ध्यान में रखकर कई पहलुओं पर विचार करता है, फिर वो अतिथि के बारे में निर्णय लेता है और प्रधानमंत्री की मंजूरी लेता है।
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राष्ट्रपति भवन से मंजूरी लेनी होती है...
पीएम की परमिशन के बाद उसे राष्ट्रपति भवन से मंजूरी लेनी होती है, जहां से हरी झंडी मिलने के बाद मुख्य अतिथि का नाम फाइनल होता है, उसके बाद भारत के राजदूत अतिथि की उपलब्धता का पता लगाने की कोशिश करते हैं और इसके बाद विदेश मंत्रालय की तरफ से बातचीत शुरु होती है और अतिथि के लिए निमंत्रण भेजा जाता है।
खास बातें
- 26 जनवरी 1950 को हमारा संविधान लागू हुआ था।
- भारत का संविधान एक लिखित संविधान है। इस दिन भारत के राष्ट्रपति झंडा फहराते हैं।
- 395 अनुच्छेदों और 8 अनुसूचियों के साथ भारतीय संविधान दुनिया में सबसे बड़ा लिखित संविधान है।गणतंत्र दिवस के मौके पर अशोक चक्र और कीर्ति चक्र जैसे महत्वपूर्ण सम्मान दिए जाते हैं।
- इसके बाद हमारी सेना अपना शक्ति प्रदर्शन और परेड मार्च करती है। भारतीय संविधान को बनने में 2 साल, 11 महीने और 18 दिन का समय लगा
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