Safety Tips: भूकंप आने के पहले क्या करें क्या न करें?
[Safety Tips] आम तौर पर जब भी कहीं बड़ा भूकंप आता है, तो लोग धड़ा-धड़ इंटरनेट पर सर्च करने लगते हैं, "भूकंप के दौरान क्या करें क्या न करें"। लेकिन क्या आपने सोचा है कि भूकंप के पहले आपको क्या करना चाहिये। शायद नहीं, क्योंकि भूकंप एक ऐसी प्राकृतिक आपदा है, जिसके आने की सूचना हमें पहले से नहीं होती है। भूकंप को लेकर वैज्ञानिक अब तक सटीक अनुमान नहीं लगा पाये हैं।
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खैर बेहतर होगा कि हम पहले से ऐसी तैयारी रखें या फिर घर में ऐसे इंतजाम रखें कि अगर कभी भूकंप आये, तो हम आसानी से उसका मुकाबला कर सकें। और अगर आप ऐसे सीज़मिक जोन में रहते हैं, जहां भूकंप आने की आशंका हमेशा बनी रहती है, तो इन टिप्स को आप जरूर फॉलो करें।
तो ये हैं टिप्स जिन्हें भूकंप आने से पहले अपनाने में ही भलाई है-
- छत तथा नींव के पलास्तर में पड़ी दरारों की मरम्मत कराएं। यदि कोई संरचनात्मक कमी का संकेत हो तो विषेशज्ञ की सलाह लें।
- सीलिंग में ऊपरी (ओवरहेड) लाइटिंग फिक्सचर्स (झूमर आदि) को सही तरह से टांगें।
- भवन निर्माण मानकों हेतु पक्के इलाके में प्रासंगिक बीआईएस संहिताओं का पालन करें।
- दीवारों पर लगे शेल्फों को सावधानी से कसें।
-
नीचे
के
शेल्फों
में
बड़ी
अथवा
भारी
वस्तुओं
को
रखें।
भारी
वस्तुओं
को
ऊपर
कतई
मत
रखें।
- सांकल/चिटकनी वाली लकड़ी की निचली बंद कैबिनेटों में ऐसे सामान रखें, जो आसानी से टूट सकते हैं। जैसे चीनी मिट्टी के बर्तन आदि।
- भारी चीजों जैसे तस्वीर तथा शीशे आदि को, बिस्तर, सोफा, डाइनिंग टेबल, बेंच, आदि से दूर लगायें, वहां मत लगायें जहां लोग बैठते हों।
- फैन फिक्चर्स तथा ओवरहेड लाइट को नट-बोल्ट की मदद से अच्छी तरह फिट कराएं।
- खराब या दोषपूर्ण बिजली की तारों तथा लीक करने वाले गैस कनेक्शनों की मरम्मत कराएं, जिनसे आग लगने के जोखिम की संभावना होती है।
- पानी गर्म करने का हीटर, एलपीजी सिलेंडर आदि को दीवार के साथ अच्छी तरह कसवाएं बंधवाएं अथवा फर्श पर बोल्ट कसवा के उन्हें सुरक्षित बनाएं।
- वीड किलर्स, कीटनाशक तथा ज्वलनशील पदार्थों को सांकल वाले कैबिनेटों में तथा नीचे के शेल्फों में सावधानी से रखें।
- घर के अंदर तथा बाहर सुरक्षित स्थानों को तलाश कर रखें। यदि भूकंप आये, तो आप सीधे उसी स्थान पर जायें।
- कुछ सुरक्षित स्थान- मजबूत खाने की मेज, बिस्तर के नीचे। किसी भीतरी दीवार के साथ।
- उस जगह से दूर जाना जहां खिड़की, शीषे, तस्वीरों से कांच गिरकर टूट सकता हो अथवा जहां किताबों के भारी शेल्फ अथवा भारी फर्नीचर नीचे गिर सकता हो।
- खुले क्षेत्र में बिल्डिंग, पेड़ों, टेलीफोन, बिजली की लाइनों, फ्लाईओवरों तथा पुलों से दूर रहें।
- आपातकालीन टेलीफोन नंबरों को याद रखें (जैसे डाक्टरों, अस्पतालों, तथा पुलिस आदि के टेलीफोन नंबर)।
- स्वयं तथा परिवार के सदस्यों को भूकंप के बारे में जानकारी दें।
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