PICS: देखें कैसी दिखती थी दिल्ली जब मिली थी भारत को स्वतंत्रता
नयी दिल्ली। यूं तो आज़ादी से लेकर अब तक दिल्ली ने अपने आप में कई बदलाव देखे। इमारतें बदल गई। रास्ते अगल हो गए। लेकिन आज इन बदलावों को करीब से देखने वालों को उँगलियों पर गिना जा सकता है। आज़ादी से लेकर अब तक दिल्ली ने क्या-क्या बदलाव देखें हम इसके बारे में भी बात करेंगे, लेकिन
आज हम देखें वो तस्वीरें जब 1947 के दौरान दिल्ली आज से बिल्कुल अलग ही दिखती थी। हम वो अनोखी तस्वीरें आपको दिखा रहे हैं जो आपकी यादों को ताजा कर देगी। ये 1947 की तस्वीरें है। उस वक्त हमारी दिल्ली कैसी दिखती थी, देखिए स्लाइडर्स में...
आजादी के वक्त दिल्ली की तस्वीरें
स्लाइडर में आगे देखें दिल्ली की उस वक्त की तस्वीरें जब देश को आजादी मिली थी।
1947 के दौरान इंडियन ऑयल सीड कमिटी
ये तस्वीर 16 अक्टूबर 1947 की है। जब पहली बार भारत सरकार के कॉमर्स मंत्री ने ये बैठक बुलाई।
कोटला रिफ्यूजी तस्वीर
ये तस्वीर कोटला रिफ्यूजी कैंप की है। जहां शरणार्थी महिलाएं अपने लिए खाना तैयार कर रही है। ये तस्वीरें शरणार्थियों को वास्तविकता का दिखाता है।
सब्जी मंडी बाजार में बरामद हथियार
ये तस्वीर 25 अगस्त 1947 की है। ये तस्वीरें उन हथियारों की है जो सब्जी मंडी इलाके में एक मुस्लिम घर से बरामद की गई थी।
पहाड़गंज में बरामद हथियार
ये तस्वीर 24 सितंबर 1947 की दिल्ली के पहाड़गंज इलाके की है। इस तस्वरी में पुलिस जवान के हाथ में जो हथियार है वो उसी इलाके में एक मुस्लिम परिवार के घर से बरामद किया था।
दिल्ली की अनोखी तस्वीरें
ये तस्वीर 27 सितंबर 1947 की है। जहां किंगवे रिफ्यूजी कैंप में औरते सुबह का खाना बना रही है। औरतों पर ही खाना बनाने की जिम्मेदारी औरतों की ही होती है।
स्वतंत्रता के वक्त कैसी दिखती थी दिल्ली
ये तस्वीरें दिल्ली के पहाड़गंज इलाके की है। जहां देशी बम, देशी कट्टा, मोटार्ज एक मुस्लिम घर से बरामद किए गए थे।
पहाड़गंज से बरामद राइफल
ये तस्वीरें उस कार्टेज की है, जो 303 राइफल के लिए एक मुस्लिम परिवार के घर से बरामद की गई थी।
कैसी दिखती थी चांदनी चौक
ये तस्वीर सितंबर 1947 के दौरान हुए दंगों की है। चांदनी चौक की ये तस्वीर दंगों की हकीकत को दर्शा रही है।
रिफ्यूजी कैंप में बच्चों की हकीकत
ये तस्वीरें किंग्सवे रिफ्यूजी कैंप की है। यहां सरकार द्वारा लगाए गए कैंप में बच्चे एक दूसरे को खाना बांटने में मदद कर रहे हैं।
बिड़ला हाउस में गांधी जी
ये तस्वीरें दिल्ली के बिड़ला हाउस की है। जहां 4 दिसंबर 1947 को ली गई इस तस्वीर में गांधी जी बर्मा के प्रतिनिधित्व थाकिग नू के साथ राजनीतिक चर्चा कर रहे हैं।
जंग-ए-आजादी के बाद जंतर मंतर का हाल
आजादी की जंग के दौरान जंतर-मंतर का हश्र कुछ ऐसा हुआ था।
तुगलक का गुंबद
आजादी के दौरान तुगलक का गुंबद ऐसा दिखता था।
जीटी रोड के रास्ते पर रिफ्यूजी
बंटवारे के बाद जीटी रोड के रास्ते पर रिफ्यूजी
दिल्ली गेट
1947 में दिल्ली गेट का मंजर, जहां हजारों रिफ्यूजी आकर टिके थे।
दरियागंज
दरियागंज से होते हुए हजारों रिफ्यूजी पाकिस्तान के लिये रवाना हुए थे।
दिल्ली रेलवे स्टेशन
ये वो ट्रेन है, जो नई दिल्ली से मुसलमानों को लाहौर लेकर जाती थी।
कश्मीरी गेट कुछ ऐसा था
आजादी के पहले कश्मीरी गेट। यह तस्वीर 1857 की है।
दिल्ली में डा. राजेंद्र प्रसाद
प्रथम राष्ट्रपति डा. राजेंद्र प्रसाद दिल्ली की सड़कों पर ऐसे निकलते थे।
जवाहर लाल नेहरू का काफिला
प्रधानमंत्री बनने के बाद जवाहर लाल नेहरू का काफिला दिल्ली में।