बड़ी सफलता: 212 मिलियन साल पुराने मगरमच्छ की प्रजाति का पता चला
न्यूयार्क। वर्जीनिया विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने एक बड़ी सफलता का दावा किया है, इनका कहना है कि इन्होंने 212 मिलियन साल पुराने मगरमच्छ की प्रजाति का पता लगाया है। ये प्रजाति जहां पायी जाती थी वो जगह अब नये मैक्सिको का हिस्सा है।
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मुख्य शोधकर्ता एमली लेसनर ने इस प्रजाति का नाम Vivaron haydeni बताया है, जो कि आज से 212 मिलियन साल पहले घोस्ट रंच , जो कि अब न्यू मैक्सिको का हिस्सा है, में पायी जाती थी । साल 2009 में खुदाई के दौरान वहां उन्हें मगरमच्छ के जीवाश्म मिले थे, जिस पर तब से शोध चल रहा था और अब जाकर उनकी खोज सफल हुई है। ये शोध जनरल PeerJ में प्रकाशित हुआ है।
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Vivaron haydeni प्रजाति का मगरमच्छ के जबड़े अंदर से चिकने हुआ करते थे और ये प्रजाति 12-18 फीट हुआ करती थी और चार पैरों से चलते थे। आपको बता दें कि मगरमच्छ सरीसृप (Reptiles) प्राणी-जगत का एक समूह है जो कि पृथ्वी पर सरक कर चलते हैं। इसके अन्तर्गत साँप, छिपकली ,मेंढक आदि आते हैं।
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आपको बता दें कि मगरमच्छ या एस्टूएराइन क्रोकोडाइल (estuarine crocodile) (क्रोकोडिलस पोरोसस) सबसे बड़े आकार का जीवित सरीसृप है। यह उत्तरी ऑस्ट्रेलिया, भारत के पूर्वी तट और दक्षिण-पूर्वी एशिया के उपयुक्त आवास स्थानों में पाया जाता है।