Navratri 2017: गर्भवती महिलाएं कैसे रखें नवरात्रि का व्रत, जानिए क्या कहते हैं डॉक्टर्स
नई दिल्ली। नवरात्रि का आगाज हो चुका है, इन नौ दिनों में काफी लोग उपवास भी रखते हैं, जिससे माता रानी की कृपा उन पर हमेशा के लिए बनी रहे लेकिन अक्सर इस कृपा से गर्भवती महिलाओं को दूूूर रखा जाता है क्योंकि गर्भवती महिलाओं का व्रत करना गर्भ में पल रहे शिशु के लिए नुकसानदायक हो सकता है लेकिन अगर मां की इच्छा है और वो पूरी तरह से स्वस्थ है तो वो कुछ सावधानी पूर्वक उपवास रख सकती है क्योंकि इस दौरान मां बनने वाली महिला को मानसिक रूप से खुश रहने की जरूरत होती है।
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और अगर वो उपवास रखने से खुश हो रही है तो उसे रोका नहीं जाना चाहिए लेकिन डॉक्टर की सहमति और उनके दिए गए निर्देश के अनुसार ही उन्हें व्रत रखना चाहिए।
इस विषय पर हमने इलाहाबाद की स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ, स्मिता श्रीवास्तव से बात की, तो उन्होंने कुछ खास बातें बताई, जो कि निम्नलिखित हैं...
- गर्भवती महिला अगर पूरी तरह से स्वस्थ हैं और उसे कमजोरी, खून की कमी या किसी भी प्रकार का संक्रमण नहीं है तो वो व्रत रह सकती हैं।
- अगर गर्भ तीन महीने से ज्यादा का है तो महिला व्रत रख सकती है लेकिन अगर इससे कम का है तो व्रत रहना सही नहीं है।
- निर्जला व्रत गर्भवती महिला को नहीं रखना चाहिए।
- उपवास के दौरान महिला को हर दो घंटे में खाना होगा, खाने में गैप नहीं होना चाहिए।
- उपवास के दौरान पौष्टिक चीजों पर ध्यान देना चाहिए, फल-दूध-सूखे मेवे का भरपूर सेवन करना चाहिए।
- तली हुई चीजें और वसायुक्त भोजन से बचना चाहिए क्योंकि ये महिला का वजन बढ़ा सकते हैं।
- उपवास के दौरान व्यायाम या कोई भारी काम मत करें।
- उपवास के दौरान पानी और नारियल पानी का सेवन भरपूर करें।
- व्रत के दौरान बच्चे की मूवेंट पर ध्यान हो, अगर जरा सा भी स्थिति चेंज लगे तो तुरंत डॉक्टर से मिले।