My Voice: किसी भी झगड़े को धर्म के नाम पर दंगे में ना बदलो
My Voice कॉलम में आज जबलपुर Proficiency Public School की एडमिन हेड रीना सिंह ने देश के बेहद अहम मुद्दे की ओर लोगों का ध्यान खींचा है। आज देश में अहिष्णुता है या नहीं के नाम पर लोग उलझे हुए हैं लेकिन इस विषय की जड़ की ओर ना तो किसी का ध्यान जा रहा है और ना ही कोई इसके लिए प्रयास कर रहा है।
My Voice: देश के छोटे शहरों पर भी ध्यान दीजिये पीएम साहब
रीना ने कहा कि यह एक बहुत ही चिंता जनक स्थिति है कि आज भी हमारे यहां जाति और धर्म के नाम पर लोग लड़ते हैं। लड़ाई- झगड़े की वजह जो भी हो यदि उसमे दो अलग-अलग धर्म के लोग शामिल हैं फ़िर तो बस इसे दंगे का रूप दे दिया जाता है। जिसकी वजह से छोटी-छोटी सी लड़ाई एक भयावह रूप ले लेती है।
मौलिक कारण जाने बिना लोग धर्म के नाम पर लड़ते हैं
लोगों को वास्तविकता से कोई लेना-देना ही नहीं होता है और इस मामले में हद तो तब हो जाती है जब युवा राष्ट्र कहे जाने वाले हिन्दुस्तान के युवा भी इन चीजों के आसानी से भागीदार बन जाते हैं।
दुख इस बात का कि युवा भटक रहे हैं
उनका फोकस भी मु्द्दे के असल कारण को जानने के बजाय मु्द्दे को दंगाई रूप देना होता है जो कि काफी दुखद है। आज के ये अधकचरे ज्ञान वाले युवाओं से बात कीजिये तो मालूम होगा कि जैसे कि सारे धर्म का ठेका केवल इन्हीं लोगों ने ले रखा है।
My Voice: भारतवासियों के लिये Civic Sense सीखना बहुत जरूरी
जहां तक मेरी समझ है कोई धर्म या ग्रंथ नही कहता कि धर्म या जाति के नाम पर आप आपस में लड़ो इसलिए मेरा आप सभी से निवेदन है कि किसी भी घटना की हक़ीक़त जाने बगैर उसे किसी विशेष धर्म या जाति से ना जोड़िये।
किसी भी झगड़े को धर्म के नाम पर दंगे में ना बदलो
क्योंकि दुनिया का कोई मजहब ना तो नफरत पैदा करता है और ना ही किसी से बैर करने की इजाजत देता है। लड़ाई-झगड़े केवल तथाकथित लोगों की देन है ना कि किसी धर्म के। इन दंगो से ना तो किसी का भला हुआ है और ना ही होगा, बाकी आपकी मर्जी।
My Voice: स्मृति जी बच्चियों से पहले उनके मां-बाप के लिए भी खुलवाइये पाठशाला..