जीवन-दर्शन: जो डर गया वो मर गया इसलिए कोशिश कभी नहीं छोड़नी चाहिए
नई दिल्ली। बात छोटी सी है लेकिन पते की है, एक बार एक व्यक्ति हाथी को रस्सी से बांध कर ले जा रहा था, बंधा हुआ हाथी एकदम शांत था और वो चुपचाप व्यक्ति के साथ चल रहा था। दूसरा व्यक्ति बड़े ध्यान से आदमी और हाथी को देख रहा था, उसे बड़ा ही अचरज हुआ कि जिस विशालकाय हाथी के आगे जंगल कांपता है और जिसके शोर से धरती हिल जाती है, वो आखिर एक हल्की सी रस्सी से कैसे बंधा है?
आपके पीछे ये हाथी कैसे चल रहा है?
उस इंसान से रहा नहीं गया और उसने हाथी के मालिक से पूछा कि ये कैसे संभव है कि हाथी एक छोटी सी रस्सी से बंधा हुआ है, आपके पीछे ये हाथी कैसे चल रहा है, आखिर वो इतना शांत कैसे है?
जब ये हाथी छोटे होते हैं तब....
इस पर हाथी के मालिक ने जवाब दिया कि जब ये हाथी छोटे होते हैं तो इन्हें रस्सी से बांध दिया जाता है उस समय यह कोशिश करते है रस्सी तोड़ने की पर उसे तोड़ नहीं पाते हैं।
कोशिश करना ही छोड़ देते हैं...
लाख बार कोशिश करने के बाद भी जब वो इसमें नाकाम होते हैं तो इनके दिमाग में ये बात आती है कि वो कभी भी रस्सी नहीं तोड़ सकते हैं और उसके बाद ये हिम्मत ही करना छोड़ देते हैं।
हाथी को रस्सी से डर पैदा हो जाता है...
और यही कारण है कि बड़ा होने और शक्तिशाली होने के बावजूद भी रस्सी तोड़ने की कोशिश नहीं करते हैं। हाथी को रस्सी से डर पैदा हो जाता है, जिससे वो कभी भी उबर नहीं पाते हैं।
शिक्षा
ये कहानी हमें शिक्षा देती है कि नकारात्मक बातों को इंसान जब अपने दिमाग में बैठा लेता है तो वो कोशिश करना ही छोड़ देता है इसलिए इंसान को हमेशा सकारात्मक सोचना चाहिए और कभी भी हिम्मत नहीं हारनी चाहिए क्योंकि जब तक हम हिम्मत और कोशिश ही नहीं करेंगे तब तक हम कैसे जीवन में कुछ भी कर पाएंगे।
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