Positive India: 'मिशन इंद्रधनुष' यानी हेल्दी एंड फिट इंडिया
अंकुर शर्मा
बैंगलुरू। आज Positive India में हम बात करेंगे..'मिशन इंद्रधनुष' की...जिसके बारे में हम में से बहुत लोग ज्यादा जानते भी नहीं होंगे।
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क्या है 'मिशन इंद्रधनुष'
जैसा की सात रंगों वाले इंद्रधनुष को देखकर लोगों के चेहरे पर मुस्कान आती है, वैसी ही मुस्कुराहट को लोगों के चेहरे पर लाने की कोशिश है हमारे स्वास्थ्य मंत्रालय की। इंद्रधनुष के सात रंगों को प्रदर्शित करने वाले 'मिशन इंद्रधनुष' का उद्देश्य बच्चों को 2020 तक टीकाकरण करना है और उन्हें डिफ्थेरिया ,बलगम, टिटनस ,पोलियो ,तपेदिक ,खसरा और हेपिटाइटिस-बी को रोकने जैसे सात टीकों को लगवाना है।
शुरूआत
इस मिशन की शुरूआत 15 दिसंबर 2014 को हुई थी। इस मिशन को सफल बनाने के लिए पहले चरण में देश में ऐसे 201 जिलों की पहचान की है, जिसमें 50 प्रतिशत बच्चों को टीके नहीं लगे हैं या उन्हें आंशिक रूप से टीके लगाए गए हैं' इन जिलों को नियमित रूप से टीकाकरण की स्थिति सुधारने के लिए लक्ष्य बनाया गया है।
201 जिलों को चिह्नित किया
इन 201 जिलों में से 82 जिले उत्तर प्रदेश ,बिहार ,मध्यप्रदेश तथा राजस्थान से हैं और चार राज्यों के 42 ज़िलों में 25 प्रतिशत बच्चों को टीके नहीं लगाए गए हैं या उन्हें आंशिक रूप से टीके लगाए गए हैं। इन बच्चों को टीके लगाकर उन्हें चुस्त-दुरूस्त रखने की कोशिश की जा रही है, ताकि 2020 तक स्वास्थ्य प्रणाली को मजबूत करने का लक्ष्य तय किया गया है।
प्रमुख लक्ष्य
मिशन इंद्रधनुष का प्रमुख लक्ष्य दो साल तक के बच्चों और गर्भवती महिलाओं का सम्पूर्ण टीकाकरण कराना है। यह मिशन, टीकाकरण के काम में तेज़ी लाने और देश के सभी बच्चों का सम्पूर्ण टीकाकरण करने के लिए शुरू किया गया है।
क्यों है जरूरी?
टीकाकरण कराना इसलिए जरूरी है, क्योंकि बच्चों की मौत ऐसी बीमारियों से होती है, जिनसे उन्हें बचाया जा सकता है। भारत में हर साल 5 लाख बच्चों की मौत ऐसी बीमारियों से हो जाती है, जिनसे टीके लगवा कर बचा जा सकता है जबकि 89 लाख बच्चों को बीमारियों का खतरा इसलिए है, क्योंकि उन्हें उन बीमारियों से बचाव का एक भी टीका नहीं लगा है। इसलिए इसके जरिये स्वास्थ्य संगठन भी मजबूत होगा और शिशु मृत्यु दर (infant mortality) में भी कमी हो जायेगी।
पॉजीटिव इंडिया
कहते हैं स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ दिमाग होता है और स्वस्थ दिमाग से ही भारत का विकास होगा इसलिए हमारी आने वाले जनरेशन का स्वस्थ होना बहुत ज्यादा जरूरी है इसी कारण इस मिशन को हर हालत में सफल बनाना होगा लेकिन इसके लिए हमें सिर्फ सरकार के ही सहारे नहीं बैठना होगा बल्कि हमें सरकार की इन कार्यकार्यी योजनाओं को असली जामा पहनाने के लिए खुद जागरूक बनना होगा। इसलिए इस इंद्रधनुष मिशन में अपना सहयोग दीजिये और निरोगी और स्वस्थ भारत का निर्माण कीजिये।