जानें भारत में किन धार्मिक स्थलों में नहीं जा सकती हैं महिलाएं
नयी दिल्ली। हम भारत में समानता की बात करते हैं। स्त्री-पुरुष की समानता पर जोर देते है, लेकिन आज भी ऐसे कई जगह हैं, जहां महिलाओं और पुरुषों फर्क किया जाता है। पुरानी मान्यताओं को मानते हुए भारत के कई धार्मिक स्थलों पर महिलाओं के प्रवेश पर पाबंदी लगी हुई है।
क्या अब सबरीमाला मंदिर में टूटेगी 1500 साल पुरानी परंपरा?
भारत में ऐसे बहुत सारे धार्मिक स्थान हैं, जहां पुरुषों को जाने की इजाजत है, लेकिन महिलाओं के जाने पर रोक हैं। आज हम आपको भारत के ऐसे ही 7 धार्मिक स्थानों के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां महिलाओं को प्रवेश की इजाजत नहीं दी जाती है।
केरला का पद्मनाभस्वामी मंदिर
केरल के पद्मनाभस्वामी मंदिर में महिलाओं का प्रवेश वर्जित है। ये मंदिर भगवान विष्णु का सबसे प्राचीन मंदिर है। इतना ही नहीं यह मंदिर देश का सबसे अमीर मंदिर है।
केरल का सबरीमला श्री अयप्पा मंदिर
केरल के सबरीमला श्री अयप्पा केरल के सबसे प्राचीन और भव्य मंदिरों में से एक है। यहां देश-दुनिया से भारी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। इस मंदिर के भीतर 10 से 50 साल तक की महिलाओं का प्रवेश वर्जित है।
राजस्थान का कार्तिकेय मंदिर
राजस्थान के पुष्कर स्थित कार्तिकेय मंदिर भगवान ब्रह्माजी के एक मात्र मंदिर है। कार्तिकेय मंदिर में दर्शन के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। इस मंदिर में महिलाओं का प्रवेश वर्जित है।
मध्यप्रदेश का मुक्तागिरी जैन मंदिर
मध्य प्रदेश का मुक्तागिरी तीर्थ गुना में है। इस मंदिर को जैनों का बड़ा तीर्थ स्थल माना जाता है। इस मंदिर की खासियत है कि यहां कोई भी महिला आधुनिक और पाश्चात्य कपड़े पहनकर प्रवेश नहीं कर सकती हैं।
मुंबई का हाजी अली दरगाह
बाबा हाजी अली शाह बुखारी की दरगाह पर लोग दूर दूर से अपनी मुराद लेकर आते हैं। बड़े-बड़े सितार यहां मन्नत मांगने आते हैं। लेकिन हाजी अली दरगाह का सबसे भीतरी हिस्से में औरतों को प्रवेश की इजाजत नहीं दी गई है।
दिल्ली का हजरत निज़ामुद्दीन औलिया की दरगाह
दक्षिणी दिल्ली में हजरत निज़ामुद्दीन औलिया के दरगाह पर महिलाएं प्रवेश नहीं कर सकती है।
दिल्ली का जामा मस्जिद
दिल्ली स्थित भारत की सबसे बड़ी मस्जिदों मे से एक जामा मस्जिद में सूर्यास्त के बाद महिलाओं को जाने की इजाजत नहीं है।
धार्मिक स्थलों पर पाबंदी
पूजा स्थलों के अलावा महिलाओं को कब्रिस्तान में जाने की इजाजत नहीं है। इसके अलावा छत्तीसढ़ के धमतरी स्थित मवाली माता मंदिर और जगन्नाथ मंदिर के बिमला खांडा शक्तिपीठ में महिलाओं के प्रवेश पर रोक है।