जानिए माइक्रोसॉफ्ट से इस्तीफा देने वाले बिल गेट्स कितनी संपत्ति के हैं मालिक
Know how much Bill Gates, who has resigned from Microsoft, earns in 1 second, and how much property are ownersजानिए माइक्रोसॉफ्ट के निदेशक मंडल से इस्तीफा देने वाले बिल गेट्स 1 सेकेंड में कितना पैसा कमाते हैं, और कितनी सपत्ति के हैं मालिक
बेंगलुरु। माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक और प्रौद्योगिकी सलाहकार बिल गेट्स ने कंपनी के निदेशक मंडल से इस्तीफा दे दिया। माइक्रोसॉफ्ट ने उनके इस्तीफे की वजह समाजिक कार्यों के लिए अधिक समय देना बताया है। बिल गेट्स ने 1975 में पॉल एलन के साथ माइक्रोसॉफ्ट कंपनी की स्थापना की और सन् 2000 तक वह कंपनी के सीईओ के पद पर रहे। क्या आप नहीं जानता चाहेंगे कि दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों में से एक बिल गेट्स के पास कितनी संपत्ति हैं और वह एक सेकेंड में कितना रुपया कमाते हैं? आइए जानते हैं
बता दें बिल गेट्स पर्सनल कंप्यूटर क्रान्ति के अग्रिम श्रेणी के उद्यमी माने जाते हैं, इसलिए बिल गेट्स की आलोचना उनकी व्यापार रणनीतियोँ के लिए की जाती रही है। 32 साल पूरे होने के पहले ही 1987 में उनका नाम अरबपतियों की फ़ोर्ब्स की सूची में आ गए और कई साल तक वो इस सूची में पहले स्थान पर बने रहे। बिल गेट्स 25 सालों से दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति बने रहे हैं। कहते हैं बड़े बड़े पदों पर बैठे अधिकारी जितना वेतन एक महीनें में पाते हैं उतने रुपये तो बिल गेट्स कुछ ही घंटों में कमा लेते हैं।
बिल गेट्स केे पास हैं 7.84 लाख करोड़ की संपत्ति
वर्तमान में बिल गेट्स इस समय दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति हैं। बिल गेट्स की वर्तमान संपत्ति लगभग 112 बिलियन डॉलर यानी करीब 7.84 लाख करोड़ रुपये है। इस लिहाज से अगर बिल गेट्स पूरी दुनिया के हर व्यक्ति को 700 रुपये बांटे तो तब भी उनके पास करीब 39 बिलियन डॉलर यानी लगभग 2.73 लाख करोड़ रुपये बाकी रह जायेंगे।
गेट्स हर सेकेंड में कमाते हैं इतने रुपए
वहीं कुछ माह पूर्व की रिपोर्ट के अनुसार बिल गेट्स की हर सेकेन्ड की कमाई 12 हजार 54 रुपये हैं यानी कि एक दिन की कमाई 102करोड़ रुपये है। इसके अनुसार अगर वो रोज साढ़े 6 करोड़ खर्च करें तो पूरे रुपए खर्च करने में उन्हें 218 वर्ष लग जाएंगे।
पूरा पैसा बांटे तो हर हिस्से में आएगा कितना रुपया
वहीं ये भी कहा आंकलन लगाया गया है कि अगर बिल अपना पूरा रुपया दुनिया के लोगों में अगर बराबर-बराबर बांटे तो हर एक के हिस्से में 4 हजार 983 रुपए आएगा। बिल ग्रेट्स के लिए कहा जाता है कि अगर उनका वसौ डॉलर का नोट जमीन गिर जाए और अगर वो उसे उठाने में जितना समय लगाएगे उतनी देर में उससे कही ज्यादा कमाई कर लेंगे।
31 साल की उम्र में बन गए थे अरबपति
बता दें कि बिल गेट्स 31 साल की उम्र में इतिहास के सबसे कम उम्र के अरबपति बने थे। उनका यह रिकॉर्ड 2008 तक बाकी रहा। 2008 में 23 वर्ष की आयु में अरबपति बन कर फेसबुक के मालिक मार्क जुकरबर्ग ने गेट्स का रिकॉर्ड तोड़ दिया था। गेट्स अपने पसंदीदा पेड़ की देखभाल करने ले लेकर लक्जरी कारों तक सब पर अपनी संपत्ति खर्च करते हैं, लेकिन उनका मुख्य उद्देश्य जरूरतमंदों की मदद करने के लिए दान करना रहता है।
इतने रुपए दान करना चाहते हैं गेट्स
कहा जाता हैं कि गेट्स अपनी कमाई का 100 मीलियम डॉलर परमार्थ के लिए देना चाहते हैं यानी कि 68 हजार 170 करोड़ दान करना करना चाहते हैं। भारत के प्रति गेट्स सदा उदार रहे यहां बिल गेट फाउंडेशन के नाम से शिक्षा और परमार्थ के नाम पर करोड़ों रुपया खर्च कर चुके हैं। आपको जान कर ये भी हैरानी होगी इतना अमीर होने के बावजूद बिल आज भी अपनी भोजन की प्लेट वो स्वयं ही धोते हैं। 2007 में उन्होंने 40 अरब डालर ( लगभग 1760 अरब रूपये) दान में दिए। बिल गेट्स माइक्रोसाफ्ट के चेयरमैन हैं, जिसका साल 2010 में करोबार 63 बिलियन डालर और मुनाफा करीब 19 अरब डालर का रहा।
वो बच्चों के लिए अपनी पूरी जायदाद छोड़कर नहीं जाना चाहते क्योंकि
पढाई के दौरान ही कंप्यूटर प्रोग्राम बनाकर उन्होंने 4,200 डालर कमाने पर उन्होंने टीचर से कहा था कि मैं 30 वर्ष कि उम्र में करोडपति बनकर दिखाऊंगा और 31 वर्ष में वह अरबपति बन गये। डेढ़ एकड़ के उनके बंगले में सात बेडरूम , जिम स्विमिंग पूल थियेटर आदि हैं। इस बंगले को पन्द्रह साल पहले उसे करीब 60 लाख डालर में खरीदा था। उन्होंने लियोनार्दो दी विंची के पत्रों, लेखों को तीन करोड़ डालर में खरीदा था। ब्रिज, टेनिस और गोल्फ के खिलाडी बिल गेट्स अपने तीन बच्चों के लिए अपनी पूरी जायदाद छोड़कर नहीं जाना चाहते, क्योंकि उनका मानना है कि अगर मैं अपनी संपत्ति का एक प्रतिशत भी उनके लिए छोड़ दूँ तो वह काफी होगा।
1994 में ही अपने शेयर बेच कर ट्रस्ट बनाया था
उन्होंने दो किताबें भी लिखीं हैं, द रोड अहेड और बिजनेस @ स्पीड ऑफ़ थोट्स। साल 1994 में उन्होंने अपने कई शेयर्स बेच दिए और एक ट्रस्ट बना लिया, जबकि उन्होंने 2000 में अपने तीन ट्रस्टों को मिलाकर एक कर दिया और पूरी पारदर्शिता से दुनिया भर में जरूरतमंद लोगों की मदद करने लगे। बिल गेट्स की कमी, एकाधिकारी व्यवसायिक निति और प्रतिस्पर्द्धा उन्हें बार-बार विवादों में भी धकेलती रही है।