'शार्क वीक' पर जानिए खतरनाक शार्क मछली से जुड़ी 10 दिलचस्प बातें
नई दिल्ली। शार्क मछली का नाम सुनते ही उसके खूंखार जबड़े हमारे सामने आ जाते हैं। लेकिन आपको बता दें, आज तक शार्क के काटने से काफी मौतें हुई हैं। हर साल शार्क से काटे जाने की लगभग 50 घटनाएं रिकॉर्ड की जाती है, जिसमें सिर्फ 10 प्रतिशत ही जानलेवा साबित होती है।
'शार्क वीक' डिस्कवरी चैनल द्वारा 1988 में शुरु किया गया था। इस कार्यक्रम में डिस्कवरी चैनल पर शार्क से जुड़े महत्वपूर्ण प्रोग्राम दिखाए जाते हैं। जिसमें शार्क के बारे में हर तरह की जानकारी आप देख पाएंगे। शार्क मछली हमेशा से इंसानों का ध्यान आकर्षित करती रही है, कुछ अपने खूंखार होने की वजह से तो कुछ अपनी ताकत के कारण। फिलहाल, हम यहां आपके लिए लेकर आए है शार्क से जुड़ी 10 दिलचस्प जानकारी।
तो फिर, बढ़ाइए स्लाइडर और देखिए खतरनाक शार्क से जुड़े कुछ तथ्य।
150 साल जिंदा रह सकती है
शार्क मछली 150 साल तक भी जिंदा रह सकती है। यह धरती पर सबसे ज्यादा जीने वाले जीवों में से एक है।
शिकार के वक्त आवाज नहीं करती
शार्क मछली को साइलेंट किलर भी कहते हैं क्योंकि यह शिकार के वक्त आवाज नहीं करती।
शेर के जबड़ों से दुगुना बड़ा जबड़ा
जी हां। शार्क का जबड़ा शेर के जबड़ों से दुगुना बड़ा होता है। जिससे वह आसानी से हमला कर सकती है।
कभी खत्म नहीं होते इसके दांत
शार्क के दांत टूटते ही नए आ जाते हैं। 20,000 से ज्यादा बार इसके दांत उग सकते हैं। लिहाजा, इसके दांत बेहद खतरनाक होते हैं।
अंधेरे में चमकदार
कई शार्क अंधेरे में चमकते हैं। इनमें एक लाइट छोड़ने वाला एक अंग होता है,जिसे फोटोस्फेयर कहते हैं।
रफ्तार की कोई सीमा नहीं
शार्क काफी तेज तैर सकती है। विश्व की सबसे तेज सेल्मन शार्क 55 मील प्रति घंटा की रफ्तार से तैरती है।
4000 प्रजातियां हैं इसकी
शार्क की 4000 प्रजातियां पाई जाती है। उसके अनुसार ही इसके आकार, साइज और रंग होते हैं।
शाइ शार्क नहीं है खतरनाक
शार्क की एक प्रजाति शाई शार्क खतरनाक नहीं होती है। यह अपना काफी समय आराम से गुजारती है।
छह इंच के भी होते हैं शार्क
डार्फ लालट्रेन शार्क और पिग्मी शार्क सबसे छोटे शार्क होते हैं। यह छह इंच तक के होते हैं
शार्क के काटने से नहीं होती है मौत
हर साल शार्क से काटे जाने की लगभग 50 घटनाएं रिकॉर्ड की जाती है, जिसमें सिर्फ 10 प्रतिशत ही जानलेवा साबित होती है।