Must Read! नमक के बारे में वो बातें जो आप नहीं जानते
[Interesting Facts] भोजन करते वक्त अगर दाल-सब्जी में नमक ज्यादा हो जाये, तो आपसे खाना खाया नहीं जाता और अगर नमक कम हो जाये, तो तुरंत मांगते हैं! जाहिर है यह चीज ही ऐसी है, जिसके बिना हम रह नहीं सकते। और जिस दिन व्रत होता है, उस दिन हम सफेद नमक की जगह सेंधा नमक मांगते हैं। हर कोई जानता है कि सफेद नमक कहां से आता है, लेकिन सेंधा नमक के बारे में? ऊंहूं... ! शायद नहीं!
भारत में नमक कसे जुड़े तथ्य
-
नमक
उत्पादन
में
भारत
दुनिया
में
तीसरे
स्थान
पर
है।
-
भारत
में
हर
साल
24
मिलियन
टन
नमक
का
उत्पादन
होता
है।
-
भारत
करीब
5
मिलियन
टन
नमक
20
देशों
को
निर्यात
करता
है।
-
भारत
को
हर
साल
18
मिलियन
टन
नमक
की
जरूरत
पड़ती
है।
-
60
प्रतिशत
नमक
रासायनिक
उद्योग
द्वारा
कच्चे
माल
के
रूप
में
इस्तेमाल
किया
जाता
है।
-
वर्ष
2020
तक
भारत
को
सालाना
25
मिलियन
टन
नमक
की
आवश्यकता
होगी।
-
2020
तक
भारत
का
लक्ष्य
40
मिलियन
टन
नमक
उत्पादन
का
है।
-
2020
तक
भारत
10
मिलियन
टन
निर्यात
करने
के
उद्देश्य
से
आगे
बढ़
रहा
है।
- भारत से जापान, बांग्लादेश, इंडोनेशिया, दक्षिण कोरिया, उत्तरी कोरिया, मलेशिया, संयुक्त अरब अमीरात, वियतनाम और कतर आदि नमक का आयात करते हैं।
स्लाइडर में- पहले नमक के उत्पादन से जुड़े तथ्य फिर रोचक तथ्य जो शायद आप नहीं जानते-
70 प्रतिशत नमक समुद्र से
भारत में बनने वाले कुल नमक का 70 प्रतिशत समुद्री पानी से बनता है।
और कहां-कहां से बनता है नमक
भारत में कुल नमक का 28% भूमिगत समुद्री पानी से और बाकी 2% झीलों के जल/नमक की चट्टानों से बनता है।
3 राज्यों से 96 प्रतिशत नमक
देश के कुल नमक का 96% गुजरात, तमिलनाडु और राजस्थान से आता है।
सबसे आगे गुजरात
गुजरात 75 प्रतिशत, तमिलनाडु 11 प्रतिशत और राजस्थान 10 प्रतिशत।
और भी हैं राज्य
आंध्रा, महाराष्ट्र, ओडिशा, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, गोवा और दीव एवं दमन में भी नमक का उत्पादन होता है।
62 प्रतिशत बड़े ब्रांड
कुल उत्पादन का 62 प्रतिशत बड़े नमक निर्माता करते हैं, जैसे टाटा।
28 प्रतिशत छोटे ब्रांड
28% लघु निर्माताओं और शेष मध्यम स्तर के निर्माताओं द्वारा किया जाता है।
अब रोचक तत्थ्य
चलिये पढ़ते हैं नमक से जुड़ी वो बातें जो बहुत कम लोग ही जानते हैं-
आजादी के पहले
आजादी से पहले भारत में नमक की कमी थी, हमें आयात करना पड़ता था।
मात्र 35 प्रतिशत ही खाते हैं
भारत में जितने नमक का उत्पादन होता है, उसका मात्र 35% ही भोजन में इस्तेमाल होता है।
बीमारियों से लड़ता है नमक
साधारण नमक विभिन्न बीमारियों से लड़ने के लिए जरूरी सूक्ष्म पोषक तत्वों का वाहक है।
कभी नहीं खत्म होगा नमक
वैज्ञानिकों के अनुसार नमक समुद्र का कभी नहीं समाप्त होने वाला अंश है।
भारी हो जाता है नमक
मैग्निशियम सॉल्ट की अशुद्धियों के कारण नमी के चलते नमक भारी हो जाता है।
इतना भारी, कभी सोचा नहीं था
यदि सड़क द्वारा 10 मिलियन टन नमक को भी कहीं भेजा जाये, और उसमें नमी 4 प्रतिशत के स्तर पर हो, तो पहुंचाने में 40 हजार अतिरिक्त फेरे लगाने होंगे।
बेमौसम खतरनाक है बारिश
अगर भारत के समुद्री तटों पर बेमौसम बारिश जारी रही तो भारी वर्षा के कारण नमक उत्पादन में भारी कमी आ सकती है।
सेंधा नमक का एक मात्र स्रोत
भारत में सेंधा नमक का एक मात्र स्रोत हिमाचल प्रदेश में स्थिति मंडी है।