प्रणब दा ने सबसे लंबा तो सीडी देशमुख ने पेश किया सबसे छोटा बजट
नई दिल्ली। 10 दिन बाद एक और बजट आपके सामने होगा। 10 दिन बाद आपको पता लग जाएगा कि आने वाले एक वर्ष के अंदर आपको कैसे और कहां कितना पैसा खर्च करना पड़ेगा।
अलग-अलग वित्त मंत्रियों ने अलग-अलग तरीके से साल भर का लेख-जोखा पेश किया। इसी लेखे-जोखे के बीच वे कुछ ऐसे रिकॉर्ड्स भी बना गए, जिसकी चर्चा आने वाले कई वर्षों तक होती रहेगी।
देश के बजट से जुड़े कुछ रोचक तथ्य
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने जब देश का पहला आम बजट पेश किया तो उस समय इंदिरा गांधी की सरकार थी।
बजट के बाद इंदिरा ने टिप्पणी करते हुए कहा था,'देश के सबसे छोटे वित्त मंत्री ने सबसे लंबा बजट पेश किया है।' उ स समय प्रणब दा ने एक घंटे 35 मिनट तक बजट स्पीच दी थी।
आगे की स्लाइड्स पर क्लिक करिए और जानिए ऐसे ही कुछ वित्त मंत्रियों और उनके बनाए गए रिकॉर्ड्स के बारे में।
‘छोटे’ वित्त मंत्री का सबसे ‘बड़ा’ बजट
प्रणब मुखर्जी ने अपना पहला बजट वर्ष 1982 में पेश किया था और उस समय देश की पीएम इदिरा गांधी थी। एक घंटे 35 मिनट का उनका बजट भाषण सबसे लंबा भाषण बन गया था। प्रणब दा ने सात बार देश का बजट पेश किया और बजट को कुल 202 पैराग्राफ्स में बजट को समेटा था।
सबसे छोटा बजट
सात बार देश का बजट पेश करने वाले वित्त मंत्री ने सिर्फ 51 पैराग्राफ में देश के बजट को समेटा था।
छह बजट
टीटी कृष्णामचारी ने औसत 78 पैररग्राफ्स वाले छह आम बजट पेश किए थे।
10 बजट का रिकॉर्ड
मोरारजी देसाई के नाम सबसे ज्यादा यानी 10 बार आम बजट पेश करने का रिकॉर्ड है। उनके बजट में पैराग्राफ्स की औसत संख्या 77 थी।
आठ बजट और 173 पैराग्राफ्स
पी चिदंबरम ने अपना आखिर बजट वर्ष 2014 में पेश किया था और वह आठ बार देश का आम बजट पेश कर चुके हैं। चिदंबरम ने औसतन 173 पैराग्राफ्स वाले बजट को पेश किया।
7 आम बजट और 170 पैराग्राफ
बतौर वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने सात बार देश का बजट पेश किया और बजट में औसत 170 पैराग्राफ थे।
133 पैराग्राफ में छह आम बजट
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 90 के दशक में अपना पहला बजट पेश किया था। उनके पहले बजट को देश की दिशा बदलने वाला बजट माना जाता है। मनमोहन सिंह ने छह बार देश का बजट पेश किया और बजट में और 133 पैराग्राफ थे।
सिर्फ तीन बजट और 132 पैराग्राफ
आर वेकंटरमण ने तीन बार देश का आम बजट पेश किया था और उनके बजट में औसत 132 पैराग्राफ रिकॉर्ड किए गए।
तीन बार पेश किया बजट
एचएम पटेल ने भी तीन बार देश का बजट पेश किया और उनके बजट में औसतन 117 पैराग्राफ होते थे।
छह आम बजट
बतौर मुख्यमंत्री वाईबी चव्हाण ने छह आम बजट पेश किए थे। उनके बजट में पैराग्राफ्स की औसत संख्या सिर्फ 88 ही थी।