तेजाब से जले चेहरे ने दिखाई दुनिया को असली खूबसूरती, देखें न्यूयॉर्क फैशन वीक में रेशमा की तस्वीरें
नई दिल्ली। तेजाब सिर्फ चेहरे और शरीर को नहीं जलाता, बल्कि वो हमारी जिंदगी, हमारे सपने और हमारी जीने की आस को जला देता है। दो साल पहले खुद पर हुए एसिड अटैक के बाद रेशमा कुरैशी ने भी जीने की आस छोड़ दी थी, लेकिन उन्हें इस बात का अंदाजा भी नहीं रहा होगा कि एक दिन उन्हें न्यूयार्क फैशन वीक में भारत का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिलेगा। एसिड अटैक की इस देश में मिली ऐसी सजा, जानकर कांप जाएगी रूह
ऐसा करने वाली पहली भारतीय महिला
19 साल की एसिट अटैक पीड़िता ने न्यूयॉर्क फैशन वीक में रैंप वॉक किया। ऐसा करने वाली वो पहली भारतीय महिला बन गई। इस मौके पर उन्होंने अपने जले हुए चेहरे के साथ ना केवल दुनिया को असली खूबसूरती से परिचित करवाया बल्कि दुनियाभर में ये संदेश देने की कोशिश की एसिड की बिक्री को बंद किया जाए। उनके जले हुए चेहरे को देखकर उनके दर्द को समझा जा सकता है, लेकिन रेशमा की माने तो जिसके साथ ये हादसा होता है वहीं इसके दर्द को समझ सकता है।
जिंदगी जिंदादिली का नाम
इस अंतरर्राष्ट्रीय मंच पर रेशमा ने अर्चना कोचर की डिजाइन की हुई लंबी स्लीव वाला व्हाइट गाउन पहनी थी। फैशन प्रोडक्शन कंपनी एफटीएल मोडा ने उन्हें फैशन में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया था। रेशमा ने इस फैशन शो के अनुभव पर कहा कि उन्होंने सपने में भी नहीं सोचा था कि वो कभी इतने बड़े फैशन शो में रैंप वॉक करेंगे। उन्होंने कहा कि उनका ये कदम एसिड अटैक पीड़ित लड़कियों में आत्मविश्वास भरेगा और उन्हें जीने की उम्मीद देगा। रेशमा अपनी जिंदगी अपने तरीके से जीना चाहतीं हैं।
लोगों में आत्मविश्वास जगाना जरुरी
साल 2014 में रेशमा पर उनके जीजा ने एसिड फेंक दिया था। इस एसिड अटैक में उनका चेहरा और उनकी एक आंख चली गई। लेकिन रेशमा ने हार नहीं मानी। लंबे इलाज के बाद वो एक बार फिर से खड़ी हुए। उन्होंने मेक लव नॉट स्केयर्स नाम की संस्था के साथ हाथ मिलाया और लोगों को #EndAcidSale के लिए प्रेरित करने के काम में लग गई। रेशमा इस एनजीओ की फेस बनी। उनके वीडियो को अब तक 13 लाख से ज्यादा लोग देख चुके हैं।