Independence Day: लाल किला बिना अधूरा है आजादी का जश्न, जानिए खास बातें
नई दिल्ली। हर साल 15 अगस्त को लाल किले के प्राचीर से प्रधानमंत्री देश की जनता को संबोधित करते हैं। लाल किला को मुगल बादशाह शाहजहां ने 1639 में बनवाया गया था। यह महान किला युनेस्को विश्व धरोहर स्थल में अपना नाम दर्ज करा चुका है। यह किला लाल बलुआ पत्थर से बना है इसलिए इसे लाल-किला कहते हैं।
चलिए जानते हैं देश की आन-बान और शान लाल किले से जुड़ी कुछ रोचक बातें ...
किला आठ हिस्सों में बंटा है
- यह किला आठ हिस्सों में बंटा हुआ है, जिनके नाम हैं नक्करखाना, दीवान-ए-आम, नहर-ए-बहिश्त, ज़नाना, खास महल, दीवान-ए-खास, मोती मस्जिद और हयात बख़्श बाग।
- लाल किला मुगल बादशाह शाहजहां की नई राजधानी, शाहजहांनाबाद का महल था। यह किला यमुना नदी के किनारे पर स्थित है। इस किले की नक्काशी में फारसी, यूरोपीय एवं भारतीय कला का समावेश देखने को मिलती है।
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सेना ने इस किले का नियंत्रण ले लिया
यह दिल्ली का सबसे बडा़ स्मारक भी है। आजादी के बाद भारतीय सेना ने इस किले का नियंत्रण ले लिया था लेकिन 56 साल बाद 2003 में, भारतीय सेना ने इसे भारतीय पर्यटन प्राधिकारियों को सौंप दिया।
लश्कर-ए-तोएबा
इस किले पर 2000 में लश्कर-ए-तोएबा के आतंकवादियों द्वारा हमला भी हुआ था। इसमें दो सैनिक एवं एक नागरिक मृत्यु को प्राप्त हुए।
3000 लोग
एक वक्त था कि इस किले में एक साथ 3000 लोग बैठते थे, लेकिन अब यह पर्यटन स्थल बन चुका है, जिसे देखने के लिए लोग विदेशों से आते हैं।
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