तेजस्वी हुए 29 के, कभी चलाते थे क्रिकेट का बल्ला, आज कर रहे हैं राजनीति की पिच पर बैटिंग
पटना। आज बिहार के सबसे लोकप्रिय युवा नेता तेजस्वी यादव का जन्मदिन है,अपने पिता लालू यादव की अनुपस्थिति में राजद की कमान संभालने वाले तेजस्वी शुक्रवार को जीवन के 29वें बसंत को पार कर चुके हैं, वैसे तो हर साल ही उनका जन्मदिन चर्चित होता है लेकिन इस बार बड़े भाई तेज प्रताप यादव के कारण तेजस्वी का जन्मदिन सुर्खियां बन गया है, आज मीडिया के कैमरे तेजस्वी से ज्यादा तेज को खोज रहे हैं, जो कि पिछले 5 दिनों से नदारद हैं, वजह है उनके निजी जीवन में उथल-पुथल मचना, वो अपनी पत्नी ऐश्वर्या राय से तलाक चाहते हैं और उनके परिवार वाले ऐसा करने से उन्हें रोक रहे हैं, इसलिए वो नाराज होकर कहीं लापता हो गए हैं।
29 के हुए लालू के लाडले तेजस्वी यादव
हालांकि तेज हमेशा कहते हैं कि वो अपने छोटे भाई तेजस्वी को बहुत चाहते हैं और इसी वजह से अटकलें लगाई जा रही हैं कि आज तेज जरूर तेजस्वी से मिलेंगे, जो कि इस वक्त दिल्ली में हैं, एक मीडिया चैनल से बात करते हुए तेज ने स्पष्ट भी किया है कि वो भी दिल्ली पहुंच गए हैं। फिलहाल अब सबको दोनों भाईयों के साथ की तस्वीरों का इंतजार है।
पिता की जगह पार्टी को बखूबी संभाल रहे तेजस्वी यादव
तेजस्वी यादव इस वक्त अपने पिता की जगह राजद पार्टी को बखूबी संभाल रहे हैं और कहा जा रहा है कि अगर 2019 लोकसभा चुनावों में महागठबंधन बनता है तो तेजस्वी यादव ही उस गठबंधन की बिहार में अगुवाई करेंगे।
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तेजस्वी बनना चाहते थे क्रिकेटर
9 नवंबर 1989 को लालू यादव के परिवार में उनके छोटे बेटे के रुप में जन्म लेने वाले तेजस्वी यादव ने महज 29 साल में ही क्रिकेटर से लेकर राजनीति के पिच तक का सफर तय किया है, मात्र 20 साल की उम्र में क्रिकेटर के रूप में अपने करियर की शुरुआत करने वाले तेजस्वी 26 साल की उम्र में बिहार के डिप्टी सीएम की कुर्सी पर बैठे थे। लेकिन डेढ़ साल तक डिप्टी सीएम की कुर्सी संभालने के बाद जब वह सत्ता से बेदखल हुए तो नेता प्रतिपक्ष के रूप में मौजूदा सरकार पर आक्रमक राजनीति करते दिख रहे हैं।
दिल्ली डेयरडेविल्स टीम (IPL) की टीम का हिस्सा
मालूम हो कि बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी प्रसाद यादव 2009 में झारखंड के प्रथम श्रेणी क्रिकेट टीम में शामिल हुए थे। वह आईपीएल के चार सीजन्स में दिल्ली डेयरडेविल्स टीम का हिस्सा रहे लेकिन उन्हें एक भी मैच में खेलने का मौका नहीं मिल सका था।वह बल्लेबाजी के साथ-साथ स्पिन गेंदबाजी भी करते थे। अपने क्रिकेट जीवन में तेजस्वी यादव ने मात्र एक प्रथम श्रेणी मैच, दो 'ए' श्रेणी की क्रिकेट और 4 टी-20 मैच खेले हैं, जहां बल्लेबाजी में उनका उच्चतम स्कोर 19 रन रहा तो गेंदबाजी में उन्होंने 10 ओवर में महज एक विकेट लिए थे।
राघोपुर से पहली बार विधायक चुने गए तेजस्वी
क्रिकेट की दुनिया में खास उपलब्धि नहीं मिलने के बाद तेजस्वी यादव का सफर राजनीति की तरफ बढ़ा और उन्होंने खुलकर साल 2010 में राजनीति करना शुरु कर दिया। अपने पिता के साथ रैली में शामिल होने वाले तेजस्वी यादव पूरी तरह राजनीति में अपनी पकड़ नहीं बना पा रहे थे फिर भी वह ट्विटर और सोशल मीडिया के जरिए राजनीति में एक्टिव रहते थे हालांकि उन्हें राजनीति में पहचान साल 2015 के विधानसभा चुनाव में मिली जब वह पार्टी के गढ़ माने जाने वाले वैशाली जिले के राघोपुर से पहली बार विधायक चुने गए और बिहार के डिप्टी सीएम की कुर्सी पर बैठे।
डेढ़ साल तक संभाली डिप्टी सीएम की कुर्सी
वहीं डिप्टी सीएम की कुर्सी पर बैठने के बाद डेढ़ साल तक उन्होंने अपना पद संभाला लेकिन उनके ऊपर लगे भ्रष्टाचार के आरोप और घोटाले के मामले को लेकर जब विपक्ष ने निशाना साधना शुरू किया तो उनकी पार्टी सत्ता से बेदखल हो गई और तब से तेजस्वी यादव प्रखर नेता के रूप में नजर आ रहे हैं, वो खुलकर राज्य सरकार और सीएम नीतीश कुमार पर हमला बोलते हैं।