Happy Birthday Sushma Swaraj: जब हरियाणा की एक लड़की ने 44 साल पहले की लव मैरिज
प्रेम विवाह करने वाली सुषमा स्वराज और स्वराज कौशल की जोड़ी को उस दौर में शादी के लिए काफी पापड़ बेलने पड़े।
नई दिल्ली। मामला विदेश में फंसे भारतीयों की मदद का हो या फिर सोशल मीडिया पर मिलने वाली विदेश मंत्रालय से संबंधित लोगों की परेशानियों का, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, मोदी सरकार के तमाम मंत्रियों में अपनी एक अलग पहचान रखती हैं। मध्य प्रदेश की विदिशा लोकसभा सीट से सांसद सुषमा स्वराज के भाषणों को सुनकर कई बार विपक्षी दलों के नेता भी उनकी तारीफ किए बिना नहीं रह पाते। 14 फरवरी 1952 को हरियाणा के अंबाला शहर में जन्मीं सुषमा स्वराज का आज जन्मदिन है। संयोग की बात है कि उनका जन्मदिन वेलेंटाइन डे के दिन पड़ता है। सुषमा स्वराज ने स्वराज कौशल के साथ लव मैरिज की थी। ऐसे में वेलेंटाइन डे के मौके पर आइए जानते हैं सुषमा स्वराज की लव स्टोरी के बारे में।
कॉलेज की दोस्ती प्यार में बदली
भाजपा के तेज-तर्रार नेताओं में गिनी जाने वालीं सुषमा स्वराज और स्वराज कौशल की मुलाकात कॉलेज के दिनों में हुई थी। दोनों पंजाब यूनिवर्सिटी के लॉ डिपार्टमेंट में मिले और दोस्ती हो गई। दोस्ती धीरे-धीरे आगे बढ़ी और फिर प्यार में बदल गई। इसके बाद 13 जुलाई 1975 को दोनों ने प्रेम विवाह कर लिया। हालांकि यह सब कुछ इतना आसान नहीं था। उस दौर में प्रेम विवाह करने वाली इस जोड़ी को भी शादी के लिए काफी पापड़ बेलने पड़े। ये वो वक्त था, जब हरियाणा की किसी लड़की के लिए प्रेम विवाह के बारे में सोचना ही बहुत बड़ी बात थी। लेकिन... महज 25 साल की उम्र में हरियाणा की कैबिनेट मंत्री बनने वाली सुषमा स्वराज ने ये साहस किया और स्वराज कौशल के साथ लव मैरिज कर मिसाल कायम की।
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जब सुषमा के फैसले पर पति स्वराज ने कहा- Thank You
दोनों की एक बेटी भी है, जिसका नाम बांसुरी है। बताया जाता है कि शुरुआत से ही सुषमा स्वराज और स्वराज कौशल के विचारों व सिंद्धातों में काफी अंतर था। इसके बावजूद दोनों ने शादी का बड़ा फैसला लिया। वो कहते हैं ना कि दो विपरीत स्वभाव वाले लोगों में ही आकर्षण पैदा होता है, यहां भी यही हुआ। हिंदी भाषा पर मजबूत पकड़ रखने वाली सुषमा और अंग्रेजी भाषा में महारथ रखने वाले स्वराज कौशल की प्रेम कहानी कई बार सुर्खियों में आ चुकी है। पिछले दिनों जब सुषमा स्वराज ने आगामी लोकसभा चुनाव ना लड़ने का फैसला लिया तो उनके पति स्वराज कौशल इसपर बेहद दिलचस्प प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने सुषमा स्वराज के इस फैसले का स्वागत करके हुए ट्वीट कर कहा, 'मैडम (सुषमा स्वराज) चुनाव नहीं लड़ने के आपके फैसले के लिए आप का बहुत-बहुत धन्यवाद, मुझे याद है कि एक समय के बाद मिल्खा सिंह ने भी भागना बंद कर दिया था।'
कौन हैं स्वराज कौशल
लोकसभा की सांसद होने के अलावा सुषमा स्वराज तीन बार राज्यसभा की सदस्य और अपने गृह राज्य हरियाणा की विधानसभा में दो बार विधायक भी रह चुकी हैं। अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली सरकार में उन्होंने सूचना प्रसारण मंत्रालय, स्वास्थ्य मंत्रालय, संसदीय कार्य मंत्रालय सहित कई बड़े मंत्रालयों की जिम्मेदारी कैबिनेट मंत्री के तौर पर संभाली थी। वहीं उनके पति स्वराज कौशल सुप्रीम कोर्ट में क्रिमिनल मामलों के वकील हैं। स्वराज कौशल 37 साल की उम्र में मिजोरम के गवर्नर बने थे। इतनी छोटी उम्र में कभी कोई किसी प्रदेश का गवर्नर नहीं बना। स्वराज कौशल साल 2000 में राज्यसभा के सदस्य भी रहे ।इमरजेंसी के दिनों में उन्होंने जॉर्ज फर्नाडीज के पक्ष में बड़ौदा डायनामाइट केस में मुकदमा लड़ा था।
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