Birthday Special: 'जलवा कायम नाम मुलायम'...जानिए धरती पुत्र के बारे में कुछ खास बातें
लखनऊ। पूरे देश में समाजवाद का नारा बुंलद करने वाले समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव आज 80 बरस के हो गए हैं, यूपी के सैफई से संसद तक पहुंचने वाले मुलायम सिंह यादव ने एक अलग तरह की राजनीति को जन्म दिया और देखते ही देखते गरीबों और पिछड़े वर्ग के रहनुमा बन गए। उनके बारे में सियासी गलियारों में एक ही नारा गूंजता है कि 'जलवा जिसका कायम है, नाम उसका मुलायम है'।
'धरतीपुत्र' के नाम संबोधित किए जाने वाले मुलायम सिंह के बारे में चलिए जानते हैं कुछ खास बातें....
राजनीति से आने पहले पहलवानी करते थे मुलायम
- 22 नवम्बर 1939 को इटावा जिले के सैफई गांव में जन्मे मुलायम सिंह यादव को राजनीति से पहले पहलवानी का शौक था।
- राजनीति में आने से पहले मुलायम सिंह इंटर कालेज में अध्यापक थे। मुलायम सिंह ने आगरा विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर एव जैन इन्टर कालेज करहल ,मैनपुरी से बीटी किया है।
- मुलायम सिंह 1967 में पहली बार विधान सभा के सदस्य चुने गये थे। साल 1992 में उन्होंने समाजवाद का नारा बुलंद किया और सपा पार्टी की स्थापना की।
गठबंधन की राजनीति के जनक
मुलायम सिंह यादव को गठबंधन की राजनीति के जनक कहा जाता है, इन्होंने पहली बार बसपा-सपा के गठजोड़ से यूपी में सरकार बनायी और खुद सीएम बने।
पिछड़े वर्ग के रहनुमा
देश में जिस वक्त ठाकुर-पंडित राजनीति का दबदबा था उस वक्त मुलायम सिंह ने यादव सहित सभी पिछड़ी जातियों को एक करके उन्हें पहचान दिलाने का काम किया और इसी वजह से उन्हें पिछड़े वर्ग के रहनुमा के रूप में भी परिभाषित किया जाता है।
जसवंत नगर से शुरू किया सियासी सफर
'धरती पुत्र' उपनाम से मशहूर मुलायम सिंह ने अपने गुरु नत्थूसिंह को मैनपुरी में आयोजित एक कुश्ती-प्रतियोगिता में प्रभावित करने के बाद उन्हीं के परंपरागत विधान सभा क्षेत्र जसवंत नगर से ही अपना राजनीतिक सफर शुरू किया।
लता मंगेशकर के फैन हैं मुलायम
राजनीति से इतर मुलायम सिंह यादव को संगीत का भी शौक है, वो कई मौकों पर कह चुके हैं कि वो सुरकोकिला लता मंगेशकर की आवाज के मुरीद हैं। समाजवाद का नारा बुलंद करने वाले मुलायम सिंग नेल्सन मंडेलासे काफी प्रभावित रहे हैं, दोनों की एक बार मुलाकात साल 1990 में वाराणसी एयरपोर्ट पर हुई थी।