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Guru Nanak Jayanti 2020 Date: जानें गुरुनानक जयंती का महत्‍व, तारीख और मनाने का तरीका

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नई दिल्‍ली। Guru Nanak Jayanti 2020 Date: गुरु नानक गुरुपुरब पहले सिख गुरु, गुरु नानक के जन्म का प्रतीक है। इस वर्ष गुरु नानक की 551 वीं जयंती मनाई जाएगी। यह सिख धर्म में सबसे शुभ और महत्वपूर्ण दिन है। इस बार गुरु नानक जयंती 30 नवंबर, सोमवार को पूरे भारत में मनाई जाएगी।

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हर वर्ष कार्तिक पूर्णिमा के दिन पड़ने वाले इस पर्व को दुनिया भर के सिख इस दिन को बड़े उत्साह के साथ मनाते हैं। भारतीय चंद्र कैलेंडर के अनुसार, गुरुपर्व की तिथि साल-दर-साल बदलती रहती है। इस पवित्र दिन लोग शुभकामनाएँ भेजते हैं, अपने घरों को रोशनी से सजाते हैं और गुरुद्वारा जाकर मत्‍था टेकते हैं। गुरु नानक गुरपुरब श्रद्धालुओं के लिए गुरु नानक द्वारा दी गई शिक्षा और उनकी निस्वार्थ सेवा का अनुसरण करने के लिए श्रद्धा और स्मरण का दिन है।

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गुरु नानक गुरपुरब कैसे मनाया जाता है
गुरुपर्व से दो दिन पहले, अखण्ड पथ या गुरु ग्रंथ साहिब का 48 घंटे का गैर-वाचन, सिखों की पवित्र पुस्तक गुरुद्वारों में आयोजित की जाती है। गुरपुरब से एक दिन पहले, नगर कीर्तन का आयोजन समुदायों में किया जाता है। सुबह जल्दी नगर कीर्तन भक्तों द्वारा निकाला जाता है। लोग सुंदर भजन और प्रार्थना करते हुए सड़कों पर चलते हैं। नगर कीर्तन का नेतृत्व गुरु ग्रंथ साहिब की पालकी या पालकी के साथ किया जाता है।

गुरुपर्व पर अमृत वेला में होते हैं भजन

गुरुपर्व पर, अमृत वेला के दौरान या सुबह 3 बजे से सुबह 6 बजे के बीच उत्सव मनाया जाता है। इस पर्व की शुरुआत सुबह 3 बजे से होती है। गुरु नानक की स्तुति में कथा और कीर्तन के बाद सुबह की प्रार्थनाएं गाई जाती हैं।कुछ गुरुद्वारों में रात भर प्रार्थना की जाती है। गुरु नानक जी के जन्म समय, गुरु ग्रंथ साहिब से भजन सुबह 1:20 बजे सुनाए जाते हैं।

गुरुद्वारों में किया जाता है लंगर का आयोजन

गुरुद्वारों में लंगर का आयोजन किया जाता है, एक विशेष समुदाय दोपहर का भोजन, जहां हर कोई, जाति, पंथ या वर्ग के लोग बिना भेदभाव के उन्‍हें गुरु का प्रसाद या भोजन परोसा जाता है। लंगर खिलाना सिख धर्म का एक बड़ा हिस्सा। यह लोगों के प्रति नि: स्वार्थ सेवा का प्रतीक है। इस दिन देश भर के गुरुद्वारे में जाकर लोग सेवा करते हैं और पुण्‍य पाते हैं। इस सेवा में बच्‍चों से लेकर बूढ़े भी निस्‍वार्थ भाव से सेवा करते हैं।

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English summary
Guru Nanak Jayanti 2020 Date: know why we celebrate Guru Parv, what is its importance
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