करण जौहर ने खोल दिए अपनी सेक्स लाइफ से जुड़े तमाम राज, फिर कहा- ये बंद कमरे में ही रहे तो बेहतर
करण जौहर ने बताया कि उन्होंने अपनी वर्जिनिटी 26 साल की उम्र में खोई थी। उन्होंने इस बारे में खुलकर बात की और कहा, 'मेरे लिए यह कोई गर्व करने की बात नहीं है।'
मुंबई। बॉलीवुड के निर्माता-निर्देशक और अभिनेता करण जौहर को लेकर अक्सर तरह-तरह की चर्चाएं होती रहती है। इन बातों का फोस उनके काम को लेकर कम, उनकी सेक्सुअल लाइफ पर ज्यादा होता है। हमेशा इस पर चुप रहने वाले या हंसकर टाल देने वाले करण जौहर ने आने वाली एक बायोग्राफी 'The Unsuitable Boy' में इस जमकर बात की है। उन्होंने न सिर्फ देश के कानून को लेकर सवाल खड़े किए बल्कि अपनी निजता और संस्कृति के कथित ठेकेदारों की भूमिका पर भी प्रश्न चिन्ह लगाए। उन्होंने पहले कहा कि अगर अपनी सेक्स लाइफ की हकीकत किसी को बताते हैं तो शायद उन्हें जेल भेज दिया जाए। इसलिए वह कुछ नहीं कहेंगे। हालांकि बाद में उन्होंने सब कुछ स्पष्ट कर दिया। 'द टाइम्स ऑफ इंडिया' में छपी जानकारी के मुताबिक, करण जौहर की यह किताब पूनम सक्सेना के साथ आ रही है। किताब का जो हिस्सा छापा गया है उसकी अनुमति प्रकाशक से ली गई है।
'सच बताने पर मुझे जेल हो सकती है'
'गे होने को लेकर चलने वाले चर्चों और सवालों के साथ सेक्स और सेक्सुअल ओरिएंटेशन पर 'फिल्म निर्माता ने किताब में खुलकर बात की। उन्होंने कहा, 'मैं क्या हूं मुझे यह चीखकर बताने की जरूरत नहीं है। सब जानते हैं। लेकिन अगर मुझे इसके बारे में बताने की जरूरत पड़ी तो फिर क्या होगा वो भी सब जानते हैं। मुझे इसके बारे में खुलकर स्वीकार करने या इस पर बात करने की वजह से जेल भी जाना पड़ सकता है। इसलिए करण जौहर एक शब्द नहीं बोलेगा। वो तीन शब्द करण जौहर कभी नहीं बोलेगा जो लगभग हर कोई जानता है।' करण जौहर को अक्सर प्रेस कॉन्फ्रेंस और इंटरव्यू में भी होमोसेक्सुअलिटी से जुड़े सवाल झेलने पड़ते हैं।
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शाहरुख खान से संबंधों की अफवाह पर भड़के
अभिनेता शाहरुख खान से उनके रिश्तों को लेकर उड़ने वाली अफवाह पर फिल्म निर्माता ने कहा, 'वह मेरे पिता और बड़े भाई जैसे हैं।' यह दुर्भाग्य है कि मैं हर सुबह करीब 200 ऐसे पोस्ट फेसबुक पर पढ़ता हूं जिनमें सिर्फ मेरे लिए गालियां लिखी होती हैं। लेकिन मैंने अब आदत बना ली है इसकी। लोग मुझे देशद्रोही, गद्दार और न जाने क्या-क्या कहकर देश से बाहर जाने को कहते रहते हैं। लेकिन मैं सबकुछ पढ़ता हूं और उस पर खुश होता हूं। उन्होंने कहा कि इस तरह के होमोफोबिया की वजह से दिल टूट जाता है और दिमाग अस्थिर होता है। फिल्म निर्माता ने कहा, 'अब मैं किसी भी अभिनेता या दोस्त खास वो जिनकी शादी नहीं हुई, के साथ पब्लिक प्लेस पर इसलिए जाने से बचता हूं ताकि लोग ये न सोचने लगें कि फलां व्यक्ति के साथ मैं रातें गुजार रहा हूं।' उन्होंने कहा कि निजी जिंदगी और बेडरूम से जुड़े सवाल पूछने वालों से जब उन्होंने वही सवाल दोहराकर देखा तो वो भड़क गए। उन्होंने कहा, 'अगर आपसे पूछा जाए कि क्या आप अपने भाई के साथ रातें गुजार रहे हैं तो आप क्या कहेंगे?' इस सवाल पर वो शख्स खुद के बचाव में आ गया।
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26 साल की उम्र में खोई थी वर्जिनिटी
किताब में करण जौहर ने बताया कि उन्होंने अपनी वर्जिनिटी 26 साल की उम्र में खोई थी। उन्होंने इस बारे में खुलकर बात की और कहा, 'मेरे लिए यह कोई गर्व करने की बात नहीं है। तब मैं न्यूयॉर्क में था जब यह हुआ और मैं सेक्स के बारे में ज्यादा कुछ भी नहीं जानता था।' उन्होंने बचपन का एक किस्सा भी सुनाया जब क्लासरूम में एक लड़के ने उन्हें ऐसी ही कुछ बातों के बारे में बताया था। जौहर ने कहा कि वक्त के साथ जब वह बड़े हुए तो उन्हें महसूस हुआ कि उनके भीतर सेक्स को लेकर कोई फील ही नहीं है। 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' और 'कुछ-कुछ होता है' के समय उन्हें इस बारे में जरा भी सोचने का वक्त तक नहीं था। उन्होंने कहा, 'लेकिन कुछ-कुछ होता है के बाद मैंने खुद पर ध्यान देना शुरू किया। मैंने कपड़ों पर ध्यान देना शुरू किया। मैंने अपने वजन को लेकर काम किया और खुद को थोड़ा स्मार्ट बनाने की कोशिश की। इसके बाद मेरी जिंदगी में कुछ हुआ वह भी विदेश में।'
'संबंध बनाना बेहद निजी बात है...'
करण जौहर ने कहा, 'मेरे सेक्सुअल ओरिएंटेशन के बारे में हर कोई जानता है। मैं किसी को क्या बताऊं? और अगर खुलकर बता भी दूंगा तो मुझे जेल हो जाएगी, इसलिए मैं इस पर एक शब्द नहीं कहूंगा।' उन्होंने शारीरिक संबंधों को लेकर लंबी बातचीत की इस दौरान उन्होने कहा, 'सेक्स बेहद निजी फीलिंग है। इसमें ऐसा कुछ नहीं है जो कैजुअल हो और न ही इसे हर किसी के साथ किया जा सकता है। रिलेशन बनाने से पहले आपको उसमें इनवेस्ट करना पड़ता है और उसे जीना होता है।' उन्होंने कहा कि अगर मैं खुलकर उस शब्द के बारे में कुछ नहीं कह रहा तो इसका मतलब ये है कि मैं अपने लिए, अपनी कंपनी के लिए और अपने लोगों के लिए काम करना चाहता हूं। मैं एफआईआर नहीं चाहता। मैं कोर्ट के चक्कर नहीं काटे रहना चाहता।