हार्ट के लिए अच्छा नहीं जरूरत से ज्यादा मीठा खाना, नए शोध में खुलासा
नई दिल्ली। मीठा खाना अच्छी बात है लेकिन अत्यधिक मीठा खाना बहुत सारी बीमारियों को दावत देना है इसलिए अगर आप भी मीठे के शौकीन हैं तो आपको ये जानना बेहद जरूरी है कि ज्यादा चीनी का सेवन मोटापे और हार्ट संबंधी रोगों को जन्म देता है, जो कि सेहत के लिए बिल्कुल भी सही नहीं है, ये कहना हमारा नहीं बल्कि यूरोपियन सोसाइटी ऑफ कार्डियोलॉजी में छपे शोध का है, जिसमें कहा गया है कि जब हम बहुत अधिक चीनी का उपभोग करते हैं, तो हमारे शरीर के हार्ट और पेट के पास अतिरिक्त वसा जमा हो जाती है, जो कि गंभीर बीमारियों को जन्म देती है।
जरूरत से ज्यादा मीठा खाने से हो सकता है नुकसान
शोध में कहा गया है कि अतिरिक्त चीनी की खपत दुनिया भर में बड़ी समस्या है। प्रति व्यक्ति शर्करा पेय की सर्वाधिक बिक्री वाले छह देश चिली, मैक्सिको, अर्जेंटीना, पेरू, अमेरिका और सऊदी अरब हैं। एशिया, अफ्रीका और रूस में भी चीनी की मांग एकदम से बढ़ी है।
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मीठा खाने से इंसान की ऊर्जा कम होती है
ज्यादा मात्रा में मीठा खाने के बाद हमारे शरीर पर शुगर क्रैश का असर दिखता है, जिससे इंसान की ऊर्जा कम होती है, उसे आलस्य आता है, उसे बेटाइम नींद भी ज्यादा आने लगती है, जबकि सोने के समय वो थोड़ी परेशानी का अनुभव करता है।
चीनी ज्यादा खाने से नुकसान
- ज्यादा मीठा खाने से इंसान को मोटापा, मधुमेह और हार्ट संबधित रोग हो जाते है।
- मोटापे के कारण कई रोग पनपते हैं।
- दिल संबंधी, ब्लडप्रेशर संबंधी, गैस संबंधी, डायबिटीज संबंधी आदि कई तरह की बीमारियों का संबंध मोटापे से होता है।
- मोटापा बदसूरती को भी जन्म देता है, इंसान की कमर, जांघ, पेट पर अतिरिक्त फैट नजर आता है।
- अत्यधिक मीठा खाने से सिरदर्द भी होता है, मीठा खाने से तनाव भी पैदा होता है।
- चीनी का सेवन ज्यादा करने वाले लोगों में मायोकार्डियल इंफ्रेक्शन का खतरा ज्यादा होता है।
- सुक्रोज प्राकृतिक रूप से फलों, सब्जियों में पाया जाता है, इसलिए हमें उन चीजों का प्रयोग ज्यादा करना चाहिए क्योंकि प्राकृतिक चीजें नुकसान नहीं करतीं।
स्वास्थ्य के बारे में जागरूक होना जरूरी है
शोध में कहा गया है कि सरकार,प्रशासन,स्कूलों को इस बारे में खुलकर बात करनी चाहिए, लोगों को अपने स्वास्थ्य के बारे में जागरूक होना जरूरी है इसलिए उन्हें कितनी मात्रा में चीनी का सेवन कब करना चाहिए, ये पता होना चाहिए, खासकर के बच्चों को भी इस बारे में जानकारी होनी चाहिए।