डीके शिवकुमार: संकट में कांग्रेस के 'संकटमोचक', कहलाते हैं रिजॉर्ट पॉलिटिक्स के जनक
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नई दिल्ली। कर्नाटक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पार्टी के संकट मोचन के नाम से मशहूर डीके शिवकुमार को मंगलवार देर शाम को ईडी ने गिरफ्तार किया है, शिवकुमार की गिरफ्तारी के खिलाफ कांग्रेस ने आज प्रदेशव्यापी बंद का ऐलान किया है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता ईडी ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत लगातार पांच दिन तक उनसे पूछताछ की, जिसके बाद आखिरकार ईडी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। गौरतलब है कि यह वही डीके शिवकुमार हैं, जो समय-समय पर कांग्रेस के लिए संकटमोचक की भूमिका निभाते रहे हैं। डीके के नाम से मशहूर शिवकुमार को रिजॉर्ट पॉलिटिक्स का जनक भी कहा जाता है।
कनकपुरा सीट से विधायक हैं डीके शिवकुमार
कांग्रेस के अमीर नेताओं में शामिल डीके शिवकुमार कर्नाटक की कनकपुरा सीट से विधायक हैं, वो कांग्रेस और जेडीएस की कुमारस्वामी सरकार में सिंचाई मंत्री पद संभाल चुके थे और कांग्रेस आलाकमान सोनिया गांधी के काफी करीबी माने जाते हैं, इससे पहले वे कांग्रेस की सिद्धारमैया सरकार में ऊर्जा मंत्री भी रह चुके हैं, डी के शिवकुमार के भाई डी के सुरेश बेंगलुरु ग्रामीण से कांग्रेस सांसद हैं।
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इगलटन रिजॉर्ट के मालिक हैं डी के शिवकुमार
साल 2013 में चुनाव आयोग को दिए हलफनामे के अनुसार, डी के शिवकुमार की घोषित संपत्ति 840 करोड़ रुपए की है, वैसे डी के शिवकुमार कर्नाटक के इगलटन रिजॉर्ट के मालिक हैं जिसमें हेलीपैड, वर्ल्ड क्लास स्विमिंग पूल से लेकर थिएटर तक की लग्जरी सुविधाएं हैं।
कांग्रेस पार्टी के पावरहाउस कहलाते हैं डीके शिवकुमार
वैसे डीके 1989 से विधायक रहे हैं और कई बार मंत्री पद पर रह चुके हैं, उन्होंने ऊर्जा, शहरी विकास, घर इत्यादि विभागों को संभाला है। डीके शिवकुमार अपनी गतिशीलता के लिए जाने जाते हैं और कांग्रेस पार्टी के पावरहाउस कहलाते हैं।
वोक्कालिगा समुदाय से आते हैं डीके शिवकुमार
वोक्कालिगा समुदाय से आने वाले शिवकुमार 1988 में पहली बार विधायक बने थे, 2004 के चुनाव में में डी के शिवकुमार ने एच डी देवेगौड़ा को हराने में बड़ी भूमिका निभाई थी। साल 2017 में राज्यसभा चुनाव के वक्त सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल को जिताने के लिए गुजरात के कांग्रेस विधायकों की सुरक्षा का जिम्मा डी के शिवकुमार को सौंपा गया था।
संकट में कांग्रेस के 'संकटमोचक
यही नहीं 2002 में महाराष्ट्र की विलासराव देशमुख सरकार को गिरने से बचाने के लिए वहां के 40 कांग्रेसी विधायक को भी डी के शिवकुमार की देखरेख में बेंगलुरु के ईगलटन रिसॉर्ट में भेजा गया था, 2018 में कुमारस्वामी की सरकार को बचने का श्रेय भी डी के शिवकुमार को जाता है।
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