Daughters Day 2020: बेटियों को ये प्यार भरे मैसेज भेजकर दें डॉटर्स डे की बधाई
नई दिल्ली। हमारे देश में ऐसा माना जाता है कि जिनके घर बेटी का जन्म होता है, वो लोग काफी भाग्यशाली होते हैं। बेटी के दूर होने से माता-पिता की आंखें नम हो जाती हैं। बेटियां घर परिवार की रौनक होती है और उनकी मौजूदगी में हमेशा घर हरा भरा दिखाई देता है। बेटियों के सम्मान में हर साल सितंबर महीने के चौथे रविवार को बेटी दिवस (Daughters Day 2020) मनाया जाता है। इस साल ये दिन 27 सितंबर को मनाया जा रहा है।
हर साल धूमधाम से मनाया जाता है बेटी दिवस
जिस तरह बहन, भाई, माता, पिता, शिक्षक को सम्मान देने और उनका आभार व्यक्त करने के लिए दिन निर्धारित किए गए हैं, ठीक उसी प्रकार बेटियों के सम्मान के लिए भी ये दिन निर्धारित किया गया है। बेटियों के प्रति अपना प्यार व्यक्त करने के लिए इस दिन माता-पिता उन्हें तोहफे देते हैं और बेटियों की ख्वाहिशों को भी पूरा करते हैं। हालांकि इस बार कोरोना वायरस महामारी के कारण ये दिन पहले की तरह धूमधाम से नहीं मनाया जा सकेगा लेकिन बेटियों को खास तरह से इस दिन की बधाई देकर भी बेटी दिवस को खुशी से मनाया जा सकता है। तो चलिए जानते हैं कि बेटियों को कैसे दे सकते हैं इस खास दिन की बधाई।
बेटियां बाप की आंखों में छिपे ख्वाब को पहचानती हैं,
और कोई दूसरा इस ख्वाब को पढ़ ले तो बुरा मानती हैं।
------------------------------------
बेटे
भाग्य
से
होते
हैं,
पर
बेटियां
सौभाग्य
से
होती
हैं।
------------------------------------
कौन
कहता
है
कि,
दिल
दो
नहीं
होते,
पति
की
दहलीज
पर
बैठी,
पापा
की
बेटी
से
पूछो।
बेटी की हर ख्वाहिश पूरी नहीं होती,
फिर भी बेटियां कभी भी अधूरी नहीं होतीं।
------------------------------------
लाख
गुलाब
लगा
लो
तुम
अपने
आंगन
में,
जीवन
में
खुशबू
तो
बेटी
के
आने
से
ही
होगी।
------------------------------------
मां-बाप
के
जीवन
में
ये
दिन
भी
आता
है,
जिगर
का
टुकड़ा
ही
एक
दिन
दूर
हो
जाता
है।
जरूरी नहीं रौशनी चिरागों से ही हो,
बेटियां भी घर में उजाला करती हैं।
------------------------------------
वो
शाख
है
न
फूल
अगर
तितलियां
ना
हों,
वो
घर
भी
कोई
घर
है
जहां
बच्चियां
ना
हों।
------------------------------------
पराया
होकर
भी
कभी
पराई
नहीं
होतीं,
शायद
इसलिए,
कभी
पिता
से
हंसकर
बेटी
की
विदाई
नहीं
होती।
------------------------------------
बेटियां
सब
के
मुकद्दर
में
कहां
होती
हैं,
घर
खुदा
को
जो
पसंद
आए
वहां
होती
हैं।