Daughter's Day: देश की इस बेटी ने साबित किया कि ज्ञान से ही मिलती है मंजिल
नई दिल्ली। आज पूरा देश 'डॉटर्स डे' मना रहा है, ये दिन दुनिया भर में अलग-अलग दिन और अलग समय पर मनाया जाता है, भारत में यह हर साल सितंबर के आखिरी रविवार को सेलिब्रेट किया जाता है, बेटियां भले ही आज कितनी भी तरक्की क्यों न कर रही हों लेकिन समाज के कई हिस्सों में बेटियों को बेटों से कमतर आंका जाता है, ऐसे में समानता को बढ़ावा देने के लिए कुछ देशों की सरकार ने इस दिन को मनाने का फैसला किया।
'डॉटर्स डे' आज
भारत में 'डॉटर्स डे' मनाने के लिए रविवार का दिन इसलिए चुना गया ताकि माता-पिता अपनी बेटियों के साथ ज्यादा समय बिता पाएं और इस दिन को उनके लिए खास बना सके, चलिए इस 'डॉटर्स डे' पर बात करते है देश की उस बेटी की, जिसने एक बार फिर से साबित किया कि प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती है और ज्ञान ही आपको सहज, सफल, सौम्य और विशिष्ट बना सकता है।
बबीता देशताड़े के आगे नतमस्तक हुआ देश
जी हां आपने सही समझा, यहां बात हो रही है सोनी चैनल के मशहूर शो 'कौन बनेगा करोड़पति' के सीजन 11 की दूसरी लेकिन पहली महिला करोड़ पति बबीता देशताड़े की।
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मिड-डे मील कुक हैं बबीता देशताड़े
मालूम हो कि बबीता अमरावती के पंचकुला के पंचाफुलेबाई हरने स्कूल में मिड-डे मील बनाती हैं, शो के दौरान उन्होंने बताया कि वो 450 बच्चों के लिए रोज खिचड़ी बनाती हैं और इस काम के लिए उनको महज 1500 रुपये वेतन मिलता है, उनकी माली हालत ऐसी नहीं है कि वो अपने लिए फोन तक खरीद सके, इसलिए जब वो हॉट सीट पर आई थीं तो उन्होंने कहा था कि अगर वो यहां से जीतती हैं तो वो सबसे पहले मोबाइल फोन खरीदना चाहेंगी।
ज्ञान ही सफलता का मंत्र है...
बबीता देशताड़े को शुरू से ही पढ़ाई का काफी शौक था, उन्होंने शादी के बाद अपनी पढ़ाई पूरी की है, बवीता 2003 से ही स्कूल में काम कर रही हैं, लेकिन उनकी सैलरी नहीं बढ़ाई गई, बबीता के पति इसी स्कूल में चपरासी हैं।
82 प्रतिशत नंबर
बबीता ने बताया कि वो फिल्में और टीवी शो नहीं देखती हैं, लेकिन उन्हें पेपर पढ़ने का शौक है और इसी वजह से उन्हें करेंट चीजों के बारे में जानकारी हैं, उन्हीं की मेहनत का नतीजा है कि आज बबीता की बेटी हाईस्कूल में 82 प्रतिशत नंबर लेकर पास हुई है।
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