जानिए चिकनगुनिया के बारे में: लक्षण और बचाव के तरीके
नई दिल्ली। इस समय दिल्ली की आधी से ज्यादा जनता चिकनगुनिया की चपेट में है, जिसके कारण स्वास्थ्य मंत्रालय में हड़कंप मचा हुआ है।
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क्या है चिकनगुनिया?
चिकनगुनिया एक वायरस है, जो कि एडिस मच्छर के काटने से होता है। जैसे ही वायरस बॉडी में प्रवेश करता है, इंसान बुखार, खांसी, जुकाम से ग्रसित हो जाता है।
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आइये जानते हैं इस रोग के लक्षण के बारे में..
- चिकनगुनिया बुखार में इंसान के जोड़ों में काफी दर्द होता है।
- कभी-कभी तो ये दर्द ठीक होने में 6 महीने से ज्यादा का समय लग जाता है।
- मरीज को हमेशा बुखार रहता है (100 डिग्री के आस-पास)।
- एक निर्धारित समय आने पर बुखार एकदम से तेज भी हो जाता है।
- शरीर पर लाल रंग के रैशेज बन जाते हैं।
- मरीज को भूख नहीं लगती और हमेशा थकान महसूस होती है।
- सिर में दर्द और खांसी-जुकाम रहता है।
आइये जानते हैं इस रोग के उपाय के बारे में..
सबसे गंभीर बात ये है कि इस रोग से बचने के लिए कोई टीका नहीं है इसलिए एडिस मच्छर से बचने के लिए इंसान को अपने आस-पास साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए ताकि मच्छर पनपे ही ना। इस रोग से बचने के लिए हम आपको निम्नलिखित टिप्स बता रहें हैं जिन पर अमल करके आप इस वायरस की चपेट में आने से बच सकते हैं।
चिकनगुनिया का मच्छर दिन में काटता है
आमतौर पर चिकनगुनिया का मच्छर दिन में काटता है इसलिए दिन में भी मच्छर कॉयल जलाकर रखें।
सफाई रखें
अपने घर के अंदर और आस-पास हमेशा सफाई रखें।
पानी स्टोर ना होने दें
घर में पानी एकत्रित होने ही ना दें।
कूलर का पानी चेंज करें
कूलर के पानी को रोज बदलिये।
मच्छरदानी का प्रयोग
सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग कीजिये।
अपने आप को कवर रखें
फूल बांह वाले कपड़े पहनिये और हमेशा अपने आप को ढ़ककर घर से निकलें।
अपने डॉक्टर खुद ना बनें
लक्षणों के आधार पर डॉक्टर से सलाह लेकर ही दवा लें, अपने डॉक्टर खुद ना बनें।
बाहर खाना ना खायें
बाहर का खुला खाना या पानी पीने से बचें, कोशिश करें कि घर पर ही खायें।
खूब पानी पीजिये
खूब पानी पीजिये, जिससे आपका इम्यून पॉवर मजबूत रहे।
खिड़की-दरवाजों को बंद रखें
शाम होते ही खिड़की-दरवाजों को बंद रखें, ताकि मच्छर घर में प्रवेश ना कर पायें।