CBI घूसकांड: 22 साल की उम्र में IPS अधिकारी बने थे आलोक वर्मा, जानिए इनके बारे में
नई दिल्ली। सीबीआई में मचे घमासान के बीच सीबीआई प्रमुख आलोक वर्मा और स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना को आज फोर्स लीव पर भेज दिया गया है जिसके बाद विरोधियों के सुर तेज हो गए हैं और वो मोदी सरकार पर तरह-तरह के आरोप लगा रहे हैं। जबकि केंद्र सरकार ने अपने फैसले का बचाव करते हुए कहा कि देश की इस सबसे बड़ी जांच एजेंसी सीबीआई की छवि को बचाने के लिए ऐसा करना जरूरी हो गया था। सरकार ने विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि सीवीसी की सिफारिश के बाद केंद्र ने अधिकारियों को हटाने का फैसला किया है।
आलोक वर्मा पहुंचे कोर्ट
हालांकि आलोक वर्मा खुद सरकार के फैसले के खिलाफ हो गए हैं और सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए हैं। सुप्रीम कोर्ट ने आलोक वर्मा की याचिका को स्वीकार भी कर लिया है और इस पर शुक्रवार को सुनवाई हो सकती है।
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प्रशांत भूषण ने खड़े किए सवाल
यही नहीं जैसे ही सरकार की तरफ से आलोक वर्मा और राकेश अस्थाना को छुट्टी पर भेजने के फैसला लिया गया, वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि आलोक वर्मा को हटाना गैर कानूनी है, इसलिए इस फैसले के खिलाफ वह सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करेंगे।
कौन हैं आलोक वर्मा?
- आलोक वर्मा AGMUT (अरुणाचल, गोवा, मिजोरम, केंद्र शासित प्रदेश) कैडर के अधिकारी रह चुके हैं।
- मात्र 22 साल की उम्र में साल 1979 में आईपीएस अधिकारी बनने वाले आलोक वर्मा की पूरी पढ़ाई सेंट स्टीफेंस कॉलेज से हुई है।
- सीबीआई प्रमुख बनने से पहले वह दिल्ली के पुलिस कमिश्नर के पद पर रह चुके हैं।
- आलोक वर्मा तिहाड़ जेल के महानिदेशक के रूप में भी काम कर चुके हैं।
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