महेश भट्ट: कभी बेटे राहुल भट्ट और हेडली की दोस्ती ने किया था बदनाम
मुंबई। आज देश के मशहूर निर्माता, लेखक, निर्देशक महेश भट्ट का जन्मदिन है। फिल्म 'सारांश' से लेकर 'हमारी अधूरी कहानी तक' महेश भट्ट की कलम ने हमेशा अपने आप को अव्वल साबित किया है।
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लेकिन आज हम उनकी फिल्मों को लेकर आपसे बातें नहीं करेंगे बल्कि उन बातों का जिक्र करते हैं जिसके कारण फिल्मी कैनवस के इस नायाब हीरे को अपनी देशभक्ति को साबित करना पड़ गया था।
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हम बात कर रहे हैं उनके बेटे राहुल और मुंबई हमले के मुख्य आरोपी डेविड कोलमैन हेडली की, जिनकी दोस्ती की खबरों ने देश में कोहराम मचा दिया था और महेश भट्ट की जिंदगी में उथल-पुथल। जिसके लिए महेश भट्ट को खुले मंच से कई बार चिल्ला-चिल्ला कर ये कहना पड़ा था कि उनके बेटे राहुल को पता ही नहीं था कि जो इंसान उसका दोस्त है वो एक आतंकवादी है।
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आगे की बातें तस्वीरों में...
जैदी की किताब 'हेडली एंड आई'
महेश भट्ट के बेटे राहुल भट्ट पर लिखी गई जर्नलिस्ट एस हुसैन जैदी की किताब 'हेडली एंड आई' में इस बात का खुलासा हुआ था कि राहुल भट्ट को डेविड की स्टाइल और मिजाज काफी पसंद था। किताब कहती है कि राहुल भट्ट, हेडली के नापाक इरादों से बिल्कुल अंजान थे और उन दोनों की मुलाकात एक अमेरिकन जिम में हुई थी।
डेविड की स्टाइल और मिजाज
किताब 'हेडली एंड आई' के मुताबिक ऱाहुल भट्ट को बॉडी बिल्डिंग का शौक है और इसी शौक के चलते वो अमेरिका के उस जिम में पहुंच गये थे जहां हेडली आया करता था। राहुल, हेडली की बॉडी से काफी प्रभावित थे और इसी कारण उनकी दोस्ती हुई थी जिसे कि एक कॉमन फ्रेंड ने करायी थी।
अरमानी सूट
राहुल जब भी हेडली से जिम में मिलते थे तो दोनों के बीच में इंडिया की खासियत की बातें हुआ करती थीं। राहुल के मुताबिक डेविड को लोग डेविड अरमानी कहते थे क्योंकि वो अरमानी सूट पसंद करता था। डेविड ने उससे मायानगरी और फिल्मों के बारे में भी बातें की थी जिससे राहुल को लगता था कि वो भी बॉलीवुड का फैन है।
बेटे के लिए बाप ने लड़ी लड़ाई
डेविड के खतरनाक मंसूबों से बेखबर राहुल को कतई अंदाजा नहीं था कि वो एक आतंकवादी है लेकिन जब राहुल का नाम हेडली के साथ सामने आया तो अपने बेटे के लिए पिता महेश भट्ट ने मोर्चा संभाला और कई सबूत और सफाई पेश करके साबित किया कि उनका बेटा बेकसूर है।
बेटा था नाराज
यहां आपको एक और खास बात बता दें कि महेश और राहुल के रिश्ते आपस में अच्छे नहीं थे, इससे पहले राहुल कई बार कह चुके थे कि उनके पापा उन्हें अपने बेटे की तरह प्रेम ही नहीं करते हैं लेकिन जब बाप ने बेटे के लिए लड़ाई लड़ी तो सारी नफरत प्यार में तब्दील हो गई।
जब 'सारांश' सामने आया...
हालांकि महेश भट्ट की हर सफाई को पूरे देश ने मान लिया है और उनकी देशभक्ति और देश प्रेम पर किसी को कोई शक नहीं लेकिन हेडली नाम की काली परछाई ने उनके जीवन पर कुछ देर के लिए अंधेरा जरूर कर दिया था, जिसके कारण उनके जीवन का 'अर्थ' एक गहरे 'राज' के शक में तब्दील हो गया था लेकिन जब 'सारांश' सामने आया तो लगा कि महेश भट्ट का इसमें कोई 'कसूर' नहीं। हिंदी सिनेमा के इस महान व्यक्तित्व को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं।