नार्थ इंडियन लड़कियों के बारे में क्या सोचते हैं साउथ के लोग?
बैंगलुरू। वैसे तो कहा जाता है कि कश्मीर से कन्या कुमारी तक भारत एक है, विभिन्ताओं और परंपराओं के बीच सिमटा भारत दुनिया में अकेला ऐसा देश हैं जहां एक साथ अलग-अलग धर्म और जाति के लोग रहते हैं, लेकिन जहां यह बातें दिल को सकून देती हैं वहीं दूसरी ओर कुछ बातें अब दिल को दुखाने लग गई हैं। जी हां वो बातें जो उत्तर भारतीय लड़कियों के बारे में दक्षिण के लोग सोचते हैं, उन्हें पढ़कर आप का भी दिल कचोट जायेगा।
साउथ के लोग नॉर्थ इंडियन खास कर दिल्ली, यूपी और बिहार की लड़कियों के बारे में क्या सोचते हैं? इस सवाल का उत्तर जानने के लिये हमने बेंगलुरु के कुछ स्थानीय लोगों से बात की। जवाब सुनकर तकलीफ भी हुई और शर्म सी भी महसूस हुई।
क्या हैं वे जवाब, चलिये पढ़ते हैं तस्वीरों के साथ स्लाइडर में-
30 प्रतिशत लड़कियां संस्कारी नहीं
हमने जितने लोगों से बात की, उनसे पूछा कितनी प्रतिशत नार्थ इंडियन लड़कियां संस्कारी नहीं होती हैं। तो सभी ने जवाब में 30 से 35 प्रतिशत तक की संख्या बतायी। उनका मानना है कि जो लड़कियां अपने माता-पिता से दूर रह रही हैं, वो इन सब चक्करों में ज्यादा पड़ती हैं।
खुलेआम स्मोकिंग
बैंगलोर, चेन्नई जैसे शहरों में जब भी लड़कियों को धूम्रपान करते देखते हैं, तो सीधे बोलते हैं- "जरूर ये दिल्ली की लड़कियां हैं।" इनका मानना है कि बेंगलुरु में महिलाओं के बीच सिगरेट पीने की लत नार्थ इंडियन लड़कियों की वजह से आयी है।
छोटे कपड़े पहनना
बेंगलुरु के लोग मानते हैं कि दक्षिण भारतीय महिलाएं काफी संस्कारिक होती हैं, उन्हें अपने पारंपरिक पहनावे में ही रहना आता है, वो दिमाग से काफी स्मार्ट होती हैं, लेकिन स्मार्ट होने के लिए वो आधुनिकता की चकाचौंध में नहीं भागती हैं, लेकिन नार्थ इंडियन महिलाएं छोटे कपड़े पहनती हैं, जिससे माहौल खराब होता है।
लिव इन रिलेशन
बेंगलुरु में तमाम लड़कियां लड़कों के साथ लिव-इन रिलेशन में रहती हैं। उन्हें देख बेंगलुरु के स्थानीय लोग कहते हैं, "दिल्ली-यूपी की लड़कियां ऐसी ही होती हैं!" अब "ऐसी ही" के कई अर्थ हैं।
लड़कियों का शराब पीना
बेंगलुरु में शायद ही कोई शराब की दुकान होगी, जहां महिला ग्राहक नहीं आती हों। इसको लेकर दक्षिण के लोगों में धारणा है कि दिल्ली, यूपी की लड़कियां शराब पीने में आगे रहती हैं, जबकि दक्षिण की लड़कियां इसका नाम तक नहीं लेतीं।
पब में जाकर अर्धनग्न अवस्था में नाचना
मैंगलोर और गोवा के बाद सबसे ज्यादा पब बेंगलुरु में हैं। दक्षिण के लोग पब की बढ़ती संख्या का कारण भी उत्तर भारतीय लड़कियों को ही मानते हैं। उनका मानना है कि नार्थ इंडियन लड़कियां यहां छोटे-छोटे कपड़ों में आकर डांस करती हैं, शराब पीती हैं, और उनकी ओर आकर्षित होकर लड़के भी वहां जाते हैं।
उत्तर भारतीय पुरुषों के बारे में क्या सोचते हैं दक्षिण के लोग?
उत्तर भारतीय पुरुषों के बारे में क्या सोचते हैं दक्षिण के लोग? आगे स्लाइडों में हम आपको यही बताने जा रहे हैं।
बौद्धिक स्तर कम समझते हैं
साउथ के लोगों के दिमाग में बस गया है कि यूपी-बिहार के लोग अंग्रेजी में कमजोर होते हैं। दि हिन्दू जैसे अखबार उनके लायक नहीं होते।
जब होता है अपराध
एनएसए की रिपोर्ट कहती हैं कि पिछले एक साल के अंदर बैंगलोर-हैदराबाद-चेन्नई में छेड़-छाड़, चोरी की केस बढ़े हैं, जिसमें 70 प्रतिशत लोग नार्थ के हैं। इस वजह से दक्षिण के लोग यूपी-बिहार के लोगों को संदिग्ध नजर से देखते हैं।
गंदगी फैलाते हैं
साउथ के लोग सोचते हैं कि यूपी-बिहार-दिल्ली के लोगों गंदगी फैलाते हैं। बैंगलोर जैसे शहर में नार्थ इंडियन को लोग किराये पर घर देते समय यह निर्देश देते हैं कि अगर उनकी वजह से उनका घर या एरिया गलत गंदा हुआ तो उन्हें फाइन भरना होगा।
गुटखा-पान मसाले की लत
दक्षिण की तुलना में उत्तर भारत के लोग गुटखा-पान मसाला आदि का सेवन धड़ल्ले से करते हैं। इस कारण नार्थ वाले उनकी नजर में हीन हैं। वो सोचते हैं कि सिर्फ नॉर्थ वाले ही ऐसा करते हैं।