'अविवाहित हूं पर कुंवारा नहीं' कहकर चौंकाने वाले अटल ने शादी से बचने के लिए किया था ये काम
नई दिल्ली। आज पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती है। अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को ग्वालियर में हुआ और दिल्ली के एम्स अस्पताल में उन्होंने 16 अगस्त, 2018 को शाम 5 बजकर 5 मिनट पर अंतिम सांस ली। बेबाक भाषण शैली और लच्छेदार कविताओं के लिए मशहूर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने लोगों को उस समय विस्मित कर दिया, जिस वक्त उन्होंने कहा कि 'अविवाहित हूं, लेकिन कुंवारा नहीं', हांलांकि अटल जी का कद इतना बड़ा था कि उनके इस बयान पर कुछ दिन तो चर्चा हुई लेकिन कभी भी ये बहस का मुद्दा नहीं बना।
'अविवाहित हूं पर कुंवारा नहीं'
अपने मुखर विचार और सुंदर सोच की वजह से ही भारत रत्न वाजपेयी के जाने पर उनके विरोधियों की भी आंखें नम हो गई थीं, वैसे तो अटल बिहारी बाजपेयी से जुड़े ऐसे बहुत सारे किस्से हैं, जिन्हें सुनकर आपको हैरानी भी होगी और गर्व भी, ऐसा ही एक रोचक किस्सा है उनकी शादी से जुड़ा, कहते हैं हर मां-बाप की तरह अटल बिहारी के माता-पिता को भी उनके युवा होने पर शादी की चिंता हुई और वो उनके लिए लड़कियां खोजने लगे।
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'अटल बिहारी ने खुद को किया कमरे में लॉक'
लेकिन देश सेवा में अपना सबकुछ अर्पण कर देने की कसम खाए बैठे अटल बिहारी को शादी करनी ही नहीं थी लेकिन जब उन्हें अपने घरवालों के बारे में पता चला तो उन्होंने इससे बचने के लिए खुद को कमरे में बंद कर लिया था, वो भी तीन दिनों तक, ये बात सन् 1940 की है, जब वाजपेयी कानपुर के डीएवी कॉलेज से पीजी की पढ़ाई कर रहे थे।
मित्र गोरे लाल त्रिपाठी के घर पर किया खुद को लॉक
जब उन्हें पता चला कि उनके माता-पिता उनकी शादी की तैयारी कर रहे हैं, तो वो भागकर अपने दोस्त गोरे लाल त्रिपाठी के घर रायपुर पहुंच गए और उनके घर के गेस्टरूम में खुद को लॉक कर दिया, आपको बता दें कि गोरे लाल त्रिपाठी से उनकी दोस्ती राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ की शाखा के दौरान हुई थी। वाजपेयी ने त्रिपाठी से कहा की कमरे का दरवाजा बाहर से बंद कर दें, जहां वो तीन दिनों तक बंद रहे।
'मैं शादी करके किसी के साथ अन्याय नहीं करना चाहता'
गोरे लाल त्रिपाठी ने वाजपेयी से जब पूछा कि वो शादी से क्यों भाग रहे हैं, तो उन्होंने कहा कि वो अपनी जिंदगी देश के नाम करना चाहते हैं , मैं शादी करके किसी के साथ अन्याय नहीं करना चाहता हूं, ना ही किसी को तंग करना चाहता हूं, इस बात का जिक्र गोरे लाल त्रिपाठी के बेटे विजय प्रकाश ने टाइम्स ऑफ इंडिया से किया था।