उम्र 86 की लेकिन आवाज 16 की, आशा ने जब भी गाया.. दिल ने कहा-चाचाचा...
नई दिल्ली। सुरों की मल्लिका और हिंदी सिनेमा की महान हस्तियों में से एक आशा भोंसले का आज जन्मदिन हैं। आज आशा भले ही 86 साल की हो गई हों लेकिन आज भी उनकी आवाज में 16 साल की लड़की की आवाज खनकती है, जो सीधे लोगों के रूह पर असर करती है, चाहे वो गीत हो, गजल हो, ठुमरी हो, भजन हो या फिर कैबरे या पॉप, हर जगह आशा ने सिर्फ और सिर्फ लोगों को रूमानियत से रूबरू कराया है। लोगों के लिए एक मिसाल बन चुकीं आशा भोंसले संगीत की हर शैली में नंबर वन है, आपको जानकर हैरत होगी कि आशा भोंसले ने 20 भाषाओं में एक हजार से ज्यादा गाने गाए हैं।
8 बार फिल्म फेयर पुरस्कार जीता
आशा का जन्म महाराष्ट्र के सांगली गांव में 08 सितम्बर 1933 को हुआ था। पिता पंडित दीनानाथ मंगेश्कर की छोटी बेटी आशा ने 1980 में आर डी बर्मन से शादी की थी यह उनकी दूसरी शादी थी। कई अवार्ड पर कब्जा जमा चुकीं आशा को बतौर गायिका 8 बार फिल्म फेयर पुरस्कार मिल चुके हैं। यह पहली सिंगर हैं जिन्हें ग्रेमी अवार्ड के लिए भी चुना गया था। 1986 मे प्रदर्शित फिल्म इजाजत के गीत 'मेरा कुछ सामान आपके पास पड़ा है' के लिए आशा भोंसले नेशनल अवार्ड से सम्मानित की गई। इनके अलावा बीबीसी ने उन्हें लाइफ टाइम अचिवमेंट अवार्ड भी दिया है।
आशा भोंसले ने खोला था राज
अपने सदाबहार गानों के लिए प्रसिद्ध आशा भोंसले ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि उनके दिवंगत संगीतकार पति आऱ डी बर्मन सर्वश्रेष्ठ रोमांटिक गीतों को उनकी बड़ी बहन लता मंगेशकर के लिए बचाकर रखा करते थे, ताकि उन गानों के साथ पूरा न्याय हो।
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महज सोलह वर्ष की उम्र में की पहली शादी
महज सोलह वर्ष की उम्र में अपने परिवार की इच्छा के विरूद्ध जाते हुए आशा ने अपनी उम्र से काफी बडे गणपत राव भोंसले से शादी कर ली। वैसे उनकी शादी सफल तो नहीं हो पायी लेकिन धीरे-धीरे आशा की आवाज का जादू संगीत की दुनिया पर छाने लगा और जल्द ही उन्होंने संगीत की दुनिया में अपनी अलग ही पहचान बना ली।
संगीत जगत में मचाया तहलका
आशा भोंसले के संगीत जगत में अपना पहला गीत वर्ष 1948 में सावन आया... फिल्म चुनरिया में गाया था। लेकिन वर्ष 1957 में प्रदर्शित निर्माता-निर्देशक बी. आर. चोपडा की फिल्म 'नया दौर' आशा भोंसले के लिए मील का पत्थर साबित हुई। इसके बाद बी. आर. चोपडा ने आशा भोंसले को अपनी कई फिल्मों में गाने का मौका दिया।
डांसर 'हेलन' की आवाज बनकर आशा ने मचाई धूम
आशा ने अपने शुरुआती दौर में ज्यादातर बी ग्रेड के लिए ही गाने गाए। साठ और सत्तर के दशक में आशा भोंसले हिन्दी फिल्मों की डांसर 'हेलन' की आवाज समझी जाने लगी। आशा भोंसले ने हेलन के लिए तीसरी मंजिल में 'ओ हसीना जुल्फों वाली...' और आजा आजा मैं हू प्यार तेरा . गाकर संगीत की दुनिया में तहलका मचा दिया।
1995 में रंगीला में 'तन्हा तन्हा...' गीत गाया
इसी दौरान उन्हें आर डी बर्मन से मोहब्बत हुई और साल 1980 में आशा ने अपने से 6 साल छोटे संगीतकार आरडी बर्मन से शादी कर ली। 1994 में आर.डी.बर्मन की मौत से आशा भोंसले को गहरा सदमा लगा और उन्होने गायिकी बंद कर दी लेकिन अपनी उदासियों को दूर करने के लिए आशा ने सुरों का सफर फिर से शुरू किया। 1995 में रंगीला में 'तन्हा तन्हा...' गीत गाया और लोगों को फिर से बता दिया कि सुरों पर उम्र के आंकड़े असर नहीं करते हैं।
हैप्पी बर्थ डे आशा भोंसले...
भारत के गुरूर आशा भोंसले को आप भी जन्मदिन की शुभकामनाएं दे सकते हैं। कमेंट बॉक्स में लिखिये आशा जी का कौन सा गीत आपको पसंद है और क्यों? मां सरस्वती के साक्षात अवतार आशा भोंसले को वनइंडिया परिवार भी जन्मदिन का ढेर सारी शुभकामनाएं देता है।
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