लोकसभा चुनावों का जिम कैरी अरविंद केजरीवाल
नई दिल्ली। आपको हॉलीवुड एक्टर जिम कैरी की फिल्म 'लायर लायर' तो याद होगी ही। इस फिल्म में जिम ने एक ऐसे वकील का रोल अदा किया है जो सिर्फ झूठ बोलता है। लेकिन उसका झूठ अक्सर पकड़ में आ जाता है। आज कहीं न कहीं अरविंद केजरीवाल इन लोकसभा चुनावों के 'जिम कैरी' बनते जा रहे हैं। वह पहले कुछ कहते हैं और फिर अपनी ही बात से मुकर जाते हैं। इस तरह से इस 'जिम कैरी' का झूठ भी पकड़ में आ ही जाता है।
अरविंद को 'जिम कैरी' करार देने के पीछे कुछ और वजहे भी हैं। यह वह वजहें हैं जिन्हें हमने नहीं बल्कि अरविंद के फैंस ने ही तलाशी हैं। अरविंद केजरीवाल एक ऐसे नाम में तब्दील हो चुके हैं जिनकी शुरुआत लोगों की तालियों के साथ हुई थी लेकिन अब धीरे-धीरे उनके आलोचक भी बढ़ते जा रहे हैं। यहां तक कि जो लोग कभी उनके फैंस थे वह अब अरविंद की आलोचना खुलकर करने लगे हैं। चाहे वह शीला दीक्षित को लेकर दिया गया उनका बयान हो या फिर सरकारी आवास न लेने का उनका ऐलान। कुछ लोग यह भी मानते हैं कि अरविंद केजरीवाल पब्लिसिटी के लिए ही यह सबकुछ करते हैं तो वहीं अरविंद का कहना है कि वह कहते कुछ हैं और उसे समझा कुछ और जाता है। अब तो खुद अन्ना हजारे भी अरविंद की आलोचना करने लगे हैं।
बच्चों की कसम भी तोड़ी
मैं अपने बच्चों की कसम खाकर कहता हूं कि भाजपा या कांग्रेस के समर्थन से सरकार नहीं बनाऊंगा बाद में वह कांग्रेस के समर्थन से दिल्ली के सातवें मुख्यमंत्री बने।
शीला के खिलाफ मांगे सुबूत
केजरीवाल ने मुख्यमुंत्री बनने से पहले जनता से चुनाव प्रचार कि दौरान कहा हम करप्शन में सीडब्ल्यूजी घोटाले में शामिल शीला दीक्षित को 15 दिनों के अंदर जेल भिजवाएंगे। हमारे पास उनके खिलाफ सारे सुबूत हैं। लेकिन बाद में केजरीवाल ने अपने दावों से पलटते हुए कहा कि अगर किसी के पास शीला दीक्षित के खिलाफ सुबूत हैं तो वे हमें बताएं हम जरूरी कार्रवाई करेंगे।
अभी तक खाली नहीं किया आवास
मुख्यमंत्री बनने के बाद केजरीवाल ने कहा कि उन्हें या उनकी पार्टी के किसी भी विधायक को सरकारी आवास नहीं चाहिए। अरविंद केजरीवाल पांच बेडरूम वाले अपने सरकारी बंगले में पहुंचे जिसे उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बावजूद खाली नहीं किया है। खबरें आईं कि केजरीवाल ने खुद चिट्ठी लिखकर इन बंगलों के लिए मांग की है।
सबको मिला सबकुछ
चुनाव प्रचार के दौरान केजरीवाल ने कहा सरकारी बंगला और आवास लेने वालों को टिकट नहीं दिया जाएगा। लेकिन सत्ता में आते ही पार्टी के सभी विधायकों और मंत्रियों को सरकारी टोयोटा इनोवा गाड़ी और बंगले मिले।
संविधान विशषज्ञों ने खोली पोल
अरविंद केजरीवाल ने दावा किया कि जनलोकपाल बिल के लिए उन्होंने चार संविधान विशेषज्ञों की राय ली है। लेकिन चार में से दो विशेषज्ञों ने साफ किया कि उनसे कभी भी जनलोकपाल बिल पर रायमशविरा किया ही नहीं गया।
दो रैंक नीेचे वाला कमिश्नर
अरविंद केजरीवाल ने अपने चुनाव प्रचार के समय कहा था कि वह एक इनकम टैक्स कमिश्नर थे और करोड़ों कमा सकते थे। लेकिन डिपार्टमेंट की ओर से बताया गया कि वह कभी कमिश्नर नहीं रहे और उससे दो रैंक नीचे थे।
मिले भी और नहीं भी मिले
केजरीवाल ने कहा था कि वह अन्ना के करीबी ब्लॉगर राजू पारुलेकर को जानना तो दूर वह उनसे कभी मिले ही नहीं। जबकि एक मीटिंग में अरविंद केजरीवाल, अन्ना हजारे और किरण बेदी के साथ ही राजू पारुलेकर भी मौजूद थे।
दिल्ली पुलिस कमिश्नर से भी झूठ
जिस समय दिल्ली में विदेशी महिला के बलात्कार की घटना हुई उस समय केजरीवाल ने कहा कि वह दिल्ली पुलिस के कमिश्नर से मिलना चाहते थे लेकिन दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने बयान दिया कि मैं दिल्ली में ही था और केजरीवाल ने न तो उनसे मिलने और ना ही बात करने की कोई कोशिश ही की।
पूर्व कमिश्नर ने नकारा दावों को
अरविंद केजरीवाल ने दावा किया था कि अन्ना हजारे को साल 2011 में दिल्ली की जेल में खूंखार अपराधियो के साथ रखा गया था। लेकिन दिल्ली के पूर्व पुलिस कमिश्नर नीरज कुमार ने एक कार्यक्राम के दौरान केजरीवाल के सामने ही साफ कर दिया कि उन्होंने अन्ना हजारे को लेकर गलत दावे किए।
पानी को लेकर भी झूठ
चुनावों के दौरान केजरीवाल ने कहा था कि दिल्ली में सभी लोगों को पानी मुफ्त में मिलेगा लेकिन सिर्फ कुछ लोगों को छोड़कर पानी मुफ्त मिला ही नहीं। दिल्लीवासियों की मानें तो उनका पानी का बिल अब पहले से ज्यादा आ रहा है।
भ्रष्टाचार को लेकर गलत दावे
केजरीवाल ने दावा किया था कि ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल की रिपोर्ट में दिल्ली में भ्रष्टाचार कम होने की बात कही गई है। एक ही दिन के अंदर संस्था की ओर से एक बयान मीडिया में जारी किया गया और कहा गया कि संस्था ने दिल्ली में कभी किसी तरह का कोई सर्वे कराया ही नहीं है।
हाइकोर्ट से खानी पड़ी डांट
केजरीवाल ने दावा किया कि उनकी सरकार ने दिल्ली में 58 रैन बसेरे तैयार करवाए हैं लेकिन सर्दी की वजह से दिल्ली में 150 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। यहां तक कि हाई कोर्ट ने भी सरकार को खराब व्यवस्था के लिए लताड़ लगाई थी।
बाटला हाउस एनकांउट पर भी पलटे
केजरीवाल ने जुलाई 2013 में एक मीडिया कांफ्रेंस में बाटला हाउस एनकाउंटर को फर्जी करार दिया था। लेकिन जनवरी 2014 में ही केजरीवाल ने इस एनकाउंटर की जांच की मांग की थी।
झूठे आप सदस्य
केजरीवाल और उनकी पार्टी ने दावा किया है कि ज्यादा से ज्यादा लोग उनके साथ जुड़ना चाहते हैं जबकि कुछ लोगों ने कहा कि केजरीवाल और आप पार्टी की वेबसाइट पर उनके नाम दर्ज हैं लेकिन उन्होंने कभी पार्टी ज्वॉइन ही नहीं की।
पहले कुछ अब कुछ
केजरीवाल ने कहा था कि लोकसभा चुनावों में विधानसभा चुनाव जीतने वाले सदस्यों को टिकट नहीं दिया जाएगा लेकिन आज शायद सबसे ज्यादा लोकसभा टिकट उन्हीं लोगों को मिले हैं जिन्होंने विधानसभा चुनाव जीता है।
बयान से पलटने की आदत
एक इंटरव्यू में यह दावा करने वाले कि अगर उन्हे नरेंद्र मोदी या मायावती में से किसी एक को प्रधानमंत्री पद के लिए चुनना हो तो वह मोदी का चुनाव करेंगे। लेकिन केजरीवाल इस बात से साफ मुकर गए।
मीडिया को जेल में डालने की बात से भी इंकार
नागपुर में एक कार्यक्रम के दौरान केजरीवाल ने कहा था कि अगर उनकी पार्टी सरकार में आई तो वह मीडिया वालों को जेल में डाल देंगे लेकिन अगले ही दिन केजरीवाल अपने इस बयान से पलट गए और उन्होंने कहा कि उनकी बात को गलत तरीके से पेश किया गया।