कौन थे दादा साहेब फाल्के, जिनके नाम पर दिया जाता है सिनेमा का सर्वोच्च अवार्ड?
मुंबई। तमिल सिनेमा के भगवान कहे जाने वाले रजनीकांत को गुरुवार को भारतीय सिनेमा का सबसे बड़ा सम्मान 'दादासाहब फाल्के अवॉर्ड' देने की घोषणा हुई है। सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने ट्वीट कर ये जानकारी दी। आपको बता दें कि रजनीकांत 5 दशकों ने साउथ की सिनेमा पर राज कर रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने बॉलीवुड की भी कई हिट फिल्में की हैं।
ऐसे में अब प्रश्न उठता है कि आखिर दादा साहेब फाल्के थे कौन, जिनके नाम पर रखा गया है ये प्रतिष्ठित अवार्ड...
Recommended Video
कौन थे दादा साहेब फाल्के?
धुंडिराज गोविन्द फालके उपाख्य दादासाहब फाल्के वह महापुरुष हैं जिन्हें भारतीय फिल्म उद्योग का 'पितामह' कहा जाता है, उनका जन्म 30 अप्रैल 1870 में हुआ था, दादा साहब फालके, सर जे. जे. स्कूल ऑफ आर्ट से प्रशिक्षित सृजनशील कलाकार थे, वह मंच के अनुभवी अभिनेता थे और शौकिया जादूगर थे, वो प्रथम भारतीय चलचित्र बनाने का असंभव कार्य करनेवाले वह पहले व्यक्ति बने।
यह पढ़ें: रजनीकांत को 51वां दादा साहेब फाल्के पुरस्कार, केंद्र ने किया नाम का ऐलान
19 साल के फिल्मी करियर में 95 फिल्में बनाई थीं दादा साहेब ने
1913 में दादा साहेब ने 'राजा हरीशचंद्र' नाम की पहली फुल लेंथ फीचर फिल्म बनाई थी, दादा साहेब ने 19 साल के फिल्मी करियर में 95 फिल्में और 27 शॉर्ट फिल्में बनाई थीं। 'द लाइफ ऑफ क्रिस्ट' उनके करियर का टर्निंग प्वाइंट माना जाता है, इस फिल्म को बनाने के लिए उन्होंने अपनी पत्नी से जेवर तक उधार रख दिए थे।
मूक फिल्म 'सेतुबंधन'
दादा साहेब की आखिरी मूक फिल्म 'सेतुबंधन' थी, दादा साहेब ने 16 फरवरी 1944 को इस दुनिया को अलविदा कह दिया था।
यह पढ़ें: Drugs case: जानिए कौन हैं एक्टर एजाज खान? जो 3 अप्रैल तक रहेंगे NCB की कस्टडी में