मोबाइल के कारण घरों में नहीं हो रहे बच्चे.. शोध में खुलासा
नई दिल्ली। हेडलाइन पढ़कर आप भी चौंक गये ना..लेकिन साथियों यह बात नए शोध में निकलकर सामने आयी है कि मोबाइल की वजह से महिलाओं की प्रजनन क्षमता प्रभावित हो रही है जिसके कारण वो गर्भधारण जैसी गंभीर परेशानियों से दो-चार हो रही हैं।
कहीं आपके डिप्रेशन का कारण आपकी मां तो नहीं??
कैलिफोर्निया की ओसाका यूनिवर्सिटी और जापान साइंस एंड टेक्नॉलजी एजेंसी की कंबाइड रिसर्च कहती है कि महिलाओं के सोने की पोजिशन उनकी प्रजनन क्षमता पर असर डालती है, अगर वो सावधानी पूर्वक सोती हैं तो उन्हें गर्भधारण में समस्या नहीं आती है लेकिन मौजूदा दौर में महिलाएं मोबाइल पर रात में ज्यादा से ज्यादा वक्त बिताती हैं।
'महिलाओं को होती है मैच्योर मर्द की ख्वाहिश '
वो मोबाइल को लेकर ही सो जाती है जिसकी वजह से उनकी स्लीपिंग पोजिशन इफेक्टिव होती है जो कि फर्टिलिटी को प्रभावित करती है। मोबाइल की रोशनी, उसका साउंड और उसकी वाइब्रेशन महिलाओं के प्रेग्नेंसी हार्मोंन्स पर प्रभाव डालती है इसी वजह से महिलाओं को कहा गया है कि वो सोते वक्त मोबाइल का प्रयोग ना करें।