मिलिए असली 'फाइटरमैन' और IAF के 14 वर्ष के फाइटर पायलट चंदन से
बेंगलुरु। पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम ने कहा था, 'महान सपने देखने वाले लोग भी महान होते हैं और उनके सपने एक दिन जरूर सच होते हैं,' और 14 वर्ष के चंदन ने अब्दुल कलाम की इस बात को सही साबित कर दिखाया है। 14 वर्ष की उम्र में जब आज बच्चे सोशल नेटवर्किंग और फैशन की बातें करने लगते हैं, चंदन फाइटर जेट्स की बातें करता है। पढ़िए चंदन का इंटरव्यू और जानिए इस असली 'फाइटरमैन' के बारे में।
जब चंदन ने पहना जीसूट
चंदन वह बच्चा है जो कैंसर से जूझ रहा है। बड़े से बड़े लोग इस बीमारी का पता लगते ही जिंदगी से सारी उम्मीदें छोड़ देते हैं लेकिन चंदन ने इसके बावजूद एक सपना देखा, एक सपने को पूरा किया और अब एक सपने के पूरा होने का सपना मन में संजोया है। चंदन इन जेट्स के मॉडल को अपने साथ लेकर सोना चाहता है और साथ ही इन मॉडल को अपने साथ इलाज के समय अस्पताल भी लेकर जाने का ख्वाहिशमंद है।
उदयन फाउंडेशन ने पूरा किया सपना
चंदन के पिता गिरीश मंडल बिहार के समस्तीपुर में एक छोटा व्यवसाय करते हैं। दो वर्ष पहले दिल्ली के एम्स में चंदन का इलाज करने के मकसद से परिवार दिल्ली आया। एम्स और समस्तीपुर के बीच इलाज की वजह से कई परिवार का आना जाना लगा। फिर उदयन फाउंडेशन की नजर सर्दी की रात में एम्स के बाहर मौजूद चंदन और उसके परिवार पर पड़ी।
उदयन फाउंडेशन और इसके फाउंडर राहुल वर्मा अक्सर अस्पताल के बाहर रहने वाले मरीजों की मदद को आगे आते हैं। चंदन और उसके परिवार को भी राहुल और उदयन का साथ मिला। राहुल ने चंदन के इस सपने का पता लगाया और बस फिर क्या था, पूरी शिद्दत से लग गए उसको पूरा करने में।
राहुल की मानें तो चंदन वाकई फाइटर है। चंदन के पिता जो अब इस एनजीओ के साथ बतौर वालेंटियर जुड़ गए हैं, काफी खुश हैं। उदयन फाउंडेशन चंदन के इलाज का पूरा खर्च उठा रही है।
असली वॉरियर चंदन
वहीं
एयरफोर्स
के
अधिकारियों
की
मानें
तो
चंदन
असली
वॉरियर
है।
इंडियन
एयरफोर्स
के
प्रवक्ता
विंग
कमांडर
एसएस
बिद्री
की
मानें
तो
चंदन
के
साथ
जो
दिन
एयरफोर्स
के
पायलट्स
ने
बिताया
है,
वह
उनके
लिए
यादगार
बन
गया
है।
इंडियन
एयरफोर्स
के
चीफ
अरुप
राहा
ने
खुद
चंदन
से
मुलाकात
की।
इंडियन
एयरफोर्स
की
ख्वाहिश
है
कि
चंदन
असली
फाइटर
की
तरह
ही
अपनी
जिंदगी
में
आगे
बढ़ता
रहे।
आगे
देखिए
चंदन
का
इंटरव्यू
तस्वीरों
में।
अभी और सपने बाकी
चंदन ने फोन पर वन इंडिया के साथ अपने उस पल के बारे में बताया जब चिन्ड्रेंस डे के मौके पर उसे इंडियन एयरफोर्स का फाइटर जेट उड़ाने का मौका मिला था। चंदन ने बताया, 'इस फाइटर जेट से पहले मैंने सिर्फ टीवी पर ही जेट्स देखे थे। मैं बहुत खुश हूं लेकिन अब मेरे और सपने हैं।'
दिवाली पर मिला चंदन को तोहफा
फाइटर जेट उड़ाने वाले चंदन को उसके पिता ने दिवाली पर जो तोहफा दिया वह उसे काफी अजीज है। चंदन ने बताया कि उसके पिता ने दिवाली पर उसके लिए एक नया फोन लिया। चंदन की मानें तो इसकी कीमत करीब 4,000 रुपए है। उसे अब इस फोन से बहुत प्यार है और अब यह फोन उसके दोस्त की तरह हो गया है।
चंदन की ख्वाहिश
चंदन के साथ यह पूरा इंटरव्यू हिंदी में था। चंदन के इस सपने को पूरा करने वाले उदयन फाउंडेशन के राहुल वर्मा ने इस बारे में कहा, 'चंदन को जब हमने बताया कि बेंगलुरु से उसका इंटरव्यू करने के लिए एक राइटर का कॉल आने वाला है तो वह बेहद खुश हुआ। चंदन जल्द से जल्द अपना इलाज पूरा कर प्लने के बारे में बात करने को बेकरार था।'
आईएएफ से हुई चंदन की दोस्ती
चिल्ड्रेंस के अपने अनुभव के बारे में चंदन कहता है कि अब कई पायलट्स मेरे अच्छे दोस्त बन गए हैं। अब चंदन को असली का पायलट बनना है और जेट्स के साथ आसमान में उड़ना है।
'मुझे चाहिए प्लेन'
चंदन को अब फाइटर जेट्स के कुछ मॉडल चाहिए। चंदन ने कहा, 'पहले मैंने टीवी पर इन प्लेन को उड़ते हुए देखा और फिर मुझे इन जेट्स को करीब से देखने का मौका मिला। मेरे लिए यह बहुत ही बड़ा अनुभव था। मुझे इन जेट का खिलौना मॉडल चाहिए ताकि मैं उन्हें हमेशा अपने सामने देख सकूं।