10 काम जो भारतीयों से अच्छा कोई नहीं कर सकता
नयी दिल्ली(बवीता झा) भारत विविधाताओं का देश है। यहां के 28 राज्य, 7 केन्द्रशासित प्रदेश में 800 से अधिक बोलियां बोली जाती है। हर साल यहां 7 लाख के करीब पर्यटक आते है। कहा जाता है कि हर 100 किमी पर भारत में बदलाव नजर आता है, लेकिन क्या आपने कभी इस बात पर विचार किया है कि भारत में इतनी विविधता होते हुए भी हम यहां फिट कैसे हो जाते है।
इतनी भिन्नता होने के बावजूद यहां का एहसास हमे यहां रहने के लिए सहज बनाते है। इतना ही नहीं कई मामलों में हम दुनिया के दोशों से बिल्कुल अलग है। कुछ ऐसे काम हो जो हम दुनिया में सबसे बेहतर तरीके से कर सकते है। यहां हम ऐसे 10 कामों के बारे में बता रहे है तो सिर्फ और सिर्फ भारत में ही देखा जा सकता है।
भारतीयों की विरासत उन्हें दुनिया से अलग बनाती है और उन्हें हटके काम करने के लिए साहस देती है। युगों-युगों के चल रहे इन कामों को हम अपनी विरासत के तौर पर सहेज कर रखते है और उसे अपनी अगली पीढ़ी तक पहुंचाते है। आइए देखे कि कौन से वो 10 काम है जो हम भारतीयों के अलावा और कोई नहीं कर सकता।
नाई की तेज चलती कैंची
भारत की सड़कों के किनारे आपको ऐसे कई नाई दिख जाएंगे जो आपके बाल की कटाई के साथ-साथ आपकी मसाज कर करने में महारथी होते है। उनकी छोटी सी दुकान में बाल की कटाई से लेकर, नाक के बालों तक की कटाई की जाती है। इतना ही नहीं अगर आपने थोड़ी ढ़ील दी तो वो आपने सर और गले का मसाज तक करने को रेडी होते है।
गलियों में दौड़ता बाजार
भारत के लगभग हर शहर में फेरीवाल गली-ग ली घूमकर अपना सामान बेंचने है। छोटे शहरों में कमाई का ये जरिया खासा मशहूर है। इन व्यापार में उसे ना तो दुकान लगाने के जगह की जरुरत होती है और ना ही मोटी लागत की। अपनी पीठ या साईकिल पर जरुरत के लायक सामना लेकर फेरी वाले गली-गली घूमकर सामान बेचते है।
चौराहों पर आपके भविष्य ज्ञाता
ऐसा सिर्फ भारत में ही होता है जहां सड़कों के किनारे बैठकर ज्योतिष आपका भविष्य बताते है। सड़को में छोटी सी चटाई में रंग-बिरंगी पुस्तकों के साथ माथे पर तिलक लगाए पंडित आपका भविष्य बताने का दावा करते है।
सबसे लोकप्रिय यातायात साधन
भारतीय से 160 साल पुराना ह। हर रोज भारतीय रेल 20 लाख यात्रियों को ढ़ोने का काम करता है। भारत के पहाड़ों से रेगिस्तान तक इसका विस्तार है। तेज रफ्तार शताब्दी से लेकर पहाड़ों पर चलने वाली टॉय ट्रेन इसमे शामिल है। भारतीय ट्रेने के 65000 किलोमीटर लंबे ट्रेक के बावजूद यहां पायदानों और ट्रेनों की छतों पर यात्रा करने का प्रचलन अब तक खत्म नहीं पाया है। इतना ही नहीं मानव रहित क्रांसिंग में बिना किसी सुरक्षा के लोगों के रेलवे ट्रेक पार करने की कमियां अबतक यहा पूरी नहीं हो सकी है।
कुख्यात हस्तियों पीछे भागना
भारत में फिल्मी सितारों की दीवानगी के सामने हॉलिवुड के सितारे भी फेल हो जाते है। युवा अपने पंसदीदा सितारों की हर चाल-ढा़ल को कॉपी करने की कोशिश करते है। फिर चाहे उनके कपड़े हो या उनकी क्रीम। ब़लिवुड सितारे चाहे किसी भी तरह के विवाद में फंस जाए या फिक किसी घोटाले में भारत में उनकी फैन फॉलोइग पर कोई फर्क नहीं पड़ता है।
सड़क पर रेस्टूरेंट का चलन
भारत में रोड साइड फूड का खास महत्व है। सड़को के किनारे लाजवाब खाने आपको रोक लेते है। फिर चाहे वो मुबंई के मोहम्मद अली रोड का कबाब हो या फिर अमृतसर के लॉरेंस रोड का माखन मछली। ये खाने दूर-दूर तक मशहूर हो।
क्रिकेट के दीवाने
भारत में क्रिकेट को त्यौहार की तरह मनाया जाता है। लोग क्रिकेट दीवाने है। पागलों की तरह क्रिकेट के पीछे पड़े रहते है। भारत की हर गली में आपको बच्चे-बड़े क्रिकेट खेलते दिख जाएंगे। इसी दीवानगी का नतीजा है कि बाकी खेलों के मुकाबले यहां क्रिकेटर करोड़ों की कमाई-अरबों की कमाई करते है। उनकी लोकप्रियता फिल्म स्टारों से भी बढ़कर है। अगर में क्रिकेट की असल दीवानगी भारत-पाकिस्तान के मुकाबले के दौरान दिखती है।
हर हफ्ते त्यौहार
भारत अलग-अलग धर्मों और समुदायों का देश है। यहीं कारण है कि यहां हर हफ्ते कोई ना कोई त्यौहार को होता ही है। ऐसा सिर्फ भारत में ही देखने को मिलता है।
औरतों का श्रृंगार
भारतीयों को गहनों से सबसे ज्यादा प्यार होता है। सोना ही यहां की औरतों का श्रृंगार होता है। एक अनुमान के मुताबिक भारत के घरों में औरतों के पास इत ना सोना है जिनता हमारे सरकारी भंडार में भी नहीं। कोई भी त्यौहार हो या शादी-विवाह भारत की औरतें सोने से ही श्रृंगार करती है।
इशारे की भाषा
भारत में 800 तरह की भाषा बोली जाती है। अलग-अलग जगहों पर लोगों की बोली अलग-अलग है, लेकिन एक भाषा जो भारतीयों में सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है, वो है इशारेबाजी की भाषा। जहां बोली से काम नहीं चलता वहां इशारे बाजी से लोग अपनी बात समझाते है। भारत में इसका सबसे बेहतर इस्तेमाल होता है। जैसे अगर आपको कुछ पीना है तो आप अपने अंगूठे से मुंह की ओर इशारा करते है। इसी तरह से गर्दन हिलाना, आंखे फाड़ना जैसे कई इशारे है जो भारतीय इस्तेमाल करते है।