आपके साथ आपके टॉमी की भी जान ले सकता है एक मच्छर
बेंगलुरु। आज यानी 20 अगस्त को दुनिया भर में मच्छर दिवस मनाया जाता है। यह दिन भारत के उत्तराखंड में जन्मे ब्रिटिश डॉक्टर सर रोनाल्ड रॉस की एक एतिहासिक खोज की याद में मनाया जाता है।
सर रोनाल्ड रॉस ने वर्ष 1897 में यह पता लगाया था कि मलेरिया की बीमारी इंसानों में मादा एनाफिलिज मच्छरों की वजह से होती है। उनकी इस खोज के बाद पूरी दुनिया के डॉक्टरों ने इंसानों में मच्छरों की वजह से होने वाली कई बीमारियों का पता लगाया था। साथ ही वैज्ञानिक उन बीमारियों से जुड़े इलाज को भी र्इजाद कर पाए।
तो
फिर
आज
वर्ल्ड
मॉस्कीटो
डे
यानी
मचछर
दिवस
पर
जानिए
मच्छर
से
ही
जुड़े
10
रोचक
तथ्य।
सबसे खतरनाक जानवर है मच्छर
इस धरती पर मच्छर के काटने की जितनी मौतें होती हैं, वह किसी और जानवर से होने वाली मौतों की तुलना में सबसे ज्यादा है। मच्छर मलेरिया के अलावा डेंगू, येलो फीवर और इस तरह की बीमारियां अपने में समेंटे होता है।
आपके टॉमी की जान तक ले सकता है
मच्छर हार्टवॉर्म का भी वाहक होता है, इसकी वजह से आपके पालतू कुत्ते तक की मौत हो सकती है।
सिर्फ मादा मच्छर काटती है
जहां मादा मच्छर जानवरों और इंसानों को अपना शिकार बनाती है, नर मच्छर इंसानों की जगह फूलों की ओर आकर्षित होते हैं।
चिड़ियों और पानी के जानवरों को काटते हैं
कुछ मच्छर इंसानों को नहीं काटते बल्कि वह पक्षियों और पानी में रहने वाले जानवरों को अपना शिकार बनाते हैं।
उड़ने की रफ्तार
मच्छर एक से 1.5 मील तक रफ्तार से उड़ सकता है। कीट-पतंगों की दुनिया में यह स्पीड सबसे कम है।
एक सेकेंड में 300 से 600 बार फड़फड़ाता
एक मक्ष्छर के पंख एक सेकेंड में 300-600 से बार तक फड़फड़ाते हैं।
100 मील की ऊंचाई पर उड़ने वाला मच्छर
मच्छर की एक प्रजाति साल्ट मार्श मच्छर 100 मील की ऊंचाई तक उड़ सकता है।
सिर्फ कुछ इंच तक का पानी काफी
मच्छरों को पनपने के लिए सिर्फ कुछ इंच तक पानी ही काफी है। वहीं कुछ मच्छर ऐसे होते हैं जो बारिश के बाद वाले पानी में ही पनपते हैं।
5 से छह माह की उम्र
एक व्यस्क मच्छर की उम्र पांच से छह माह तक होती है।
75 फीट से पता कर लेते हैं कार्बन डाइ ऑक्साइड
मच्छर इंसानों और जानवरों के जरिए उत्पन्न होने वाले कार्बन डाई ऑक्साइड का पता 75 फीट की दूरी से लगा लेते हैं।