खतरे के निशान से ऊपर पहुंचा गंगा का जलस्तर, नदी किनारे बसे लोगों में दहशत
फर्रुखाबाद। उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु को पार गया है। इससे तटवर्ती गांव में बाढ़ का पानी पहुंच गया है। बाढ़ के कारण किसानों की कमर तोड़ दी है। हजारों एकड़ खेतों में खड़ी धान, मक्का, उड़द, तिलि की फसल जलमग्न है। यह देख किसानों का दर्द आंसू बनकर छलक रहा है। वहीं, मंझा की मड़ैया गांव टापू बन गया है। ग्रामीण नाव के सहारे आवागमन कर रहे हैं।
पहाड़ों पर लगातार बरसात होने से नदियां उफनाने लगी हैं। गंगा का जलस्तर मंगलवार को 10 सेंटीमीटर बढ़कर चेतावनी बिदु को पार कर 136.65 मीटर पर पहुंच गया है। गंगा का चेतावनी बिदु 136.60 मीटर पर दर्ज है। नरौरा बांध से गंगा में 1,20,517 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इससे गंगा का जलस्तर और बढ़ने की आशंका है। रामगंगा का जलस्तर 134.20 मीटर पर स्थिर है। खोह, हरेली व रामनगर से रामगंगा में 15013 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।
हरसिंहपुर कायस्थ, ऊगरपुर, सुंदरपुर व कछुआ गाढ़ा गांव में बाढ़ का पानी भर गया है। जिससे ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। हरसिंहपुर कायस्थ के ग्रामीण बाढ़ के पानी से निकलने को मजबूर हैं। गांव के सर्वेश बताते हैं कि गांव के निकट कटान भी हो रहा है। जिससे घरों के कटने की आशंका है। तहसीलदार प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि तटवर्ती गांव के लेखपालों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में रुककर स्थिति पर नजर रखने व पीड़ितों की मदद करने के निर्देश दिए गए हैं।