उत्तर प्रदेश: जहरीले धुएं के बीच पढ़ने को मजबूर हैं बच्चे, शहरभर का कचरा जलाया जाता है यहां
फर्रुखाबाद। उत्तर प्रदेश में फर्रुखाबाद के एक प्राथमिक विद्यालय में बच्चे जहरीले धुएं के बीच पढ़ाई करने को विवश हैं। विद्यालय के पास शहरभर का कूड़ा-कचरा फेंका जा रहा है। जिसमें आग लगाई जाती है। जिससे फैला जहरीला धुंआ स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक है। दिनभर बदबू भी आती रहती है। यहां सिर्फ सोसायटी का ही कूड़ा नहीं डाला जा रहा, बल्कि अस्पतालों का कचरा भी फेंका जाता है। दुर्गंध के कारण स्कूल के बच्चे और बस्ती के लोग परेशान रहते हैं। इस बारे में संस्था प्रधान सुशीला ने जिलाधिकारी और बीएसए से इसकी शिकायत की, लेकिन स्थिति जस की तस है।
संवाददाता के अनुसार, गुरुवार को भी बाग लकूला क्षेत्र में नगर पालिका की ओर से कूड़ा डाले जाने के बाद कूड़े के ढेर में आग धधक रही थी। यहां ग्राम चांदपुर व बाग लकूला के बीच खाली पड़े गड्ढे में नगर पालिका द्वारा शहर का कूड़ा डंप किया जाता है। इसमें लोहिया अस्पताल व आसपास के नर्सिग होम से निकलने वाला जैविक कचरा भी शामिल होता है। कूड़ा निबटान को पालिका कर्मी इसमें आग लगा देते हैं। पास ही प्राथमिक विद्यालय और एक पब्लिक स्कूल भी है।
विद्यालय के नजदीक से डंप कूड़े में आग से निकलने वाले धुएं और बदबू और गंदगी के साम्राज्य के बीच बच्चों को अक्षर ज्ञान करने को मजबूर होना पड़ता है। विद्यालय में पंजीकृत 109 बच्चों में से आधे भी यहां पर नहीं आते।
जो बच्चे विद्यालय आ रहे हैं, उनमें से बहुत से बच्चे बीमार हो गए हैं, एक तरह से सरकारी विद्यालयों में जिस तरह से अव्यवस्थाएं व्याप्त हैं, उससे तो यही लगता है कि सर्वशिक्षा अभियान को केवल पलीता ही लगाया जा रहा है।
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