क्या अब बदला जाएगा 'फर्रुखाबाद' जिले का नाम?, बीजेपी MP ने सीएम योगी को पत्र लिख किया अनुरोध
क्या अब बदला जाएगा 'फर्रुखाबाद' जिले का नाम, बीजेपी MP ने सीएम योगी को पत्र लिख किया अनुरोध
फर्रुखाबाद, 02 अप्रैल: भारतीय जनता पार्टी की उत्तर प्रदेश में दूसरी बार सरकार बनने के बाद नाम बदलने की सियासत एक बार शुरू हो गई है। दरअसल, फर्रुखाबाद से बीजेपी सांसद मुकेश राजपूत ने 01 अप्रैल को सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है और फर्रुखाबाद जिले का नाम बदलकर पांचालनगर करने की मांग की है। सांसद ने इलाके के महत्व का वर्णन करते हुए लिखा है कि फर्रुखाबाद का इतिहास बहुत ही प्राचीनकाल का है।
हालांकि, बीजेपी सांसद मुकेश राजपूत ने अपनी मांग के धार्मिक आधार पर होने से इनकार किया और कहा कि यह सिर्फ एतिहासिक तथ्यों पर आधारित है। सीएम योगी को लिखे गए अपने पत्र में एतिहासिक पृष्ठभूमि का हवाला देते हुए बीजेपी सांसद ने कहा कि तीन नदियों गंगा, रामगंगा और काली नदी के बीच बसे शहर का इतिहास बेहद प्राचीन काल से ही बेहद समृद्ध है।
उन्होंने अपने पत्र में लिखा, "फर्रुखाबाद का संबंध महाभारत काल से है। यहां राजा द्रुपद की राजधानी थी और इसे पांचाल क्षेत्र के नाम से जाना जाता था। द्रौपदी का 'स्वयंवर' भी यहीं पर हुआ था, साथ ही पांडवों ने अज्ञातवास के दौरान यहां पर एक मंदिर बनाया था और यह अब भी है। इसे पांचाल साम्राज्य की राजधानी के रूप में जाना जाता था। आज यहां पर दो प्रमुख रेजिमेंट हैं, राजपूत रेजिमेंट और सिखलाई रेजिमेंट।"
कालांतर में बौद्ध और जैन धर्म का केंद्र भी रहा। जैन धर्म के प्रथम तीर्थकर श्रृषभ देव ने यहां अपना पहला उपदेश दिया था। सांसद ने अपनी चिट्ठी में लिखा कि मुगल शासन फर्रुखशियर ने 1714 में भारत की पौराणिक संस्कृति को नष्ट करने के उद्देश्य से इस ऐतिहासिक नगर का नाम अपने नाम के आधार पर बदलकर फर्रुखाबाद कर दिया था। सांसद मुकेश राजपूत ने सीएम योगी से अपील की है कि फर्रुखाबाद संसदीय क्षेत्र जनपद का नाम बदलकर पांचालनगर/अपराकशी किया जाए।
न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बात करते हुए सांसद ने इस मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखना स्वीकार किया है। साथ ही सांसद ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर भारत की संस्कृति को पुनर्जीवित करने के लिए शहर का नाम बदलकर पांचाल नगर करने की मांग की है।